छपरा में लगतार बढ़ते प्रदूषण और कृषि में रसायनिक खाद और कीटनाशकों का प्रयोग से आम लोग बीमार हो रहे हैं. जिसे देखते हुए कृषि विभाग अब जैविक खेती को प्रोत्साहित कर रहा है.
छपरा में लगतार बढ़ते प्रदूषण और कृषि में रसायनिक खाद और कीटनाशकों का प्रयोग से आम लोग बीमार हो रहे हैं. जिसे देखते हुए कृषि विभाग अब जैविक खेती को प्रोत्साहित कर रहा है. छपरा में लगतार बढ़ते प्रदूषण और कृषि में रसायनिक खाद और कीटनाशकों का प्रयोग से आम लोग बीमार हो रहे हैं. जिसे देखते हुए कृषि विभाग अब जैविक खेती को प्रोत्साहित कर रहा है. इसको लेकर कम से कम खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल किया जाता है. जिससे फायदा यह है कि उत्पाद न सिर्फ पौष्टिक होते हैं बल्कि शरीर के लिए भी सुरक्षित होते हैं.
इस विधि से प्रभावित होकर छपरा में फिलहाल 1000 हेक्टेयर में खेती की जा रही है. जिसका फायदा किसानों के साथ-साथ आम लोगों को भी मिल रहा है.

जैविक खेती कर किसान यहां दुगना मुनाफा
छपरा में जैविक खेती की प्रदर्शनी लगाई गई जिसमें हजारों किसानों ने पहुंचकर इस विधि के बारे में जानकारी लिया और इसी विधि से खेती करने की बात कही, इस विधि से खेती करने से किसानों के साथ-साथ आम जनता को भी लाभ मिल रहा है.