सरकार के मुताबिक जल्द ही गेहूं की नई फसल के साथ कीमतों में नरमी देखने को मिलेगी. अग्रिम अनुमानों के मुताबिक 2022-23 में गेहूं और चावल का रिकॉर्ड उत्पादन हो सकता है
सरकार का अनुमान है कि अगले 2 से 3 महीने में खाद्य महंगाई में नरमी देखने को मिल सकती है. सरकारी सूत्रों ने सीएनबीसी टीवी 18 से बातचीत में कहा है कि नई फसल आने के साथ गेहूं की कीमतों में आने वाले समय में राहत देखने को मिलेगी जिसका असर महंगाई दर पर दिखेगा. वहीं सूत्र ने कहा कि सरकार को पूरी उम्मीद है कि वो मौजूदा वित्त वर्ष के वित्तीय घाटे का लक्ष्य हासिल कर लेंगे.
क्या है महंगाई दर पर सरकार की उम्मीदें
सरकारी सूत्रों के मुताबिक नई फसल आने के साथ ही गेहूं की कीमतों में नरमी देखने को मिलेगी और इसका असर खाद्य महंगाई पर पड़ेगा. जिससे पूरी महंगाई दर में राहत दर्ज हो सकती है. हाल ही में आए आंकड़ों के अनुसार जनवरी में खुदरा महंगाई दर 6.52 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई है. हालांकि थोक महंगाई दर में नरमी देखने को मिली है. कल ही आए दूसरे अग्रिम आंकड़ों के अनुसार 2022-23 में गेहूं, चावल, सरसों का उत्पादन रिकॉर्ड स्तरों पर रह सकता है. इससे आने वाले समय में महंगाई में राहत देखने को मिल सकती है.
क्या है वित्तीय घाटे को लेकर अनुमान