एफसीआई 25 लाख टन गेहूं की बिक्री करेगी इसमें से 13 लाख टन से ज्यादा गेहूं बाजारों में उतर चुका है. सप्लाई बढ़ने से गेहूं की कीमतें नियंत्रित हुई हैं
आने वाले समय में गेहूं की कीमतों में और गिरावट देखने को मिल सकती है. दरअसल कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए सरकार ने खुले बाजार में गेहूं की बिक्री योजना के लिए थोक खरीददारों के लिए रिजर्व कीमतों में कटौती का ऐलान किया है.यानि अब बाजारों में सप्लाई हो रहा गेहूं और सस्ते भाव में पहुंचेगा जिससे कीमतों में और नरमी की उम्मीद है.
क्या है सरकार का फैसला
सरकार ने शुक्रवार को एफसीआई के द्वारा खुले बाजार में उपलब्ध कराए जा रहे गेहूं के रिजर्व प्राइस को घटा दिया है. खाद्य मंत्रालय के मुताबिक एफएक्यू (Fair and average quality) गेहूं की कीमत घटा कर 2150 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई है. वहीं रिलेक्स्ड स्पेसिफिकेशन के अंतर्गत आने वाले गेहूं की कीमत 2125 रुपये प्रति क्विटल कर दी गई है. ये भाव खुले बाजार में बिक्री प्रक्रिया के तहत थोक खरीदारों के लिए हैं. मंत्रालय के मुताबिक ये भाव 31 मार्च तक लागू रहेंगे. 10 फरवरी को रिजर्व प्राइस 2350 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया था.
कीमतों के नियंत्रण के लिए खुले बाजार में बिक्री