Wheat Export Ban : जनवरी महीने में घरेलू बाजार में गेहूं की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं. सरकारी सूत्रों से जानकारी मिली है कि सरकार अब घरेलू स्टॉक प्राथमिकता से भरना चाहती है. गोदामों में गेहूं का स्टॉक 6 साल के निचले स्तर पर है.
भारत गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है. दरअसल भारत में गेहूं की कीमत जनवरी माह में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है. भारत दुनिया में गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है. ऐसी स्थिति में वह देश के गेहूं भंडार को फिर से भरना और घरेलू कीमतों को कम करना सरकार की प्राथमिकता है.
इस संबंध में पहले से ही जारी प्रतिबंध की अप्रैल में समीक्षा की जानी थी. खाद्य, कृषि और व्यापार मंत्रालयों के शीर्ष सरकारी अधिकारियों द्वारा मार्च के अंत तक या अप्रैल की शुरुआत में विस्तार पर निर्णय लेने की उम्मीद की जा रही है. हालांकि परिस्थितियों को देखते हुए 2024 के मध्य तक गेहूं का निर्यात फिर से शुरू होने की उम्मीद नहीं है.
मई 2022 में भारत ने लगाया प्रतिबंध
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद निर्यात में बढ़ोतरी ने स्थानीय गेहूं की कीमतों को बढ़ा दिया है, जिसके चलते भारत ने मई में निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन भारत घरेलू कीमतों में बढ़ोतरी को रोकने में असफल रहा. दरअसल, पिछले साल मौसम ने भी उत्पादन को प्रभावित किया था. हालांकि, मौजूदा सीजन में अच्छा उत्पादन होने की उम्मीद है.