CNBC आवाज़ की खबर पर मुहर लग गई है. सरकार ने गेहूं सस्ता करने के लिए खुले बाजार में बेचने को हरी झंडी दे दी है.
देश में गेहूं की कीमतों मे रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है. दरअसल पिछले साल गेहूं के उत्पादन में कमी का असर अब दिखने लगा है. लगातार खपत की वजह से बाजार में स्टॉक घटे हैं वहीं अभी नई फसल आना बाकी है. ऐसे में कीमतों में तेजी का रुख है. अब कीमतों को नीचे लाने के लिए सरकार ने खुले बाजार में स्टॉक के गेहूं की बिक्री शुरू करने की योजना बनाई है. नई फसल के आने में कुछ वक्त है इसलिए सरकार स्टॉक से बाजार में गेहूं की सप्लाई बढ़ाने जा रही है. गेहूं के निर्यात पर लगे प्रतिबंध की नई फसल आने तक कोई समीक्षा करने की योजना नहीं है.
भारत में MSP से 50 प्रतिशत ऊपर गेहूं
भारत में फिलहाल गेहूं सरकार के द्वारा तय एमएसपी से भी 50 प्रतिशत ऊपर चल रहा है. 2023 के लिए गेहूं के लिए एमएसपी का भाव 2125 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है. फिलहाल गेहूं के बाजार भाव 3100 रुपये के ऊपर पहुंच गए हैं. कीमत बढ़ने के लिए बाजार में मांग के मुकाबले गेहूं की घटती मात्रा मुख्य वजह है. पिछले साल समय से पहले गर्मी बढ़ने की वजह से गेहूं का उत्पादन कम रहा था. फिलहाल बाजार मे कारोबारियों के स्टॉक खत्म हो रहे हैं जिससे सप्लाई पर असर पड़ा रहा है. जिससे कीमतों में उछाल आ रहा है.
सरकार क्यों बढ़ा सकती है सप्लाई
सरकार लगातार कह रही है कि देश में गेहूं के भंडार पर्याप्त हैं. केंद्र सरकार का बफर सीमा 1.38 करोड़ है. जबकि सरकारी गोदामों में 1.71 करोड़ टन गेहूं का स्टॉक है. ये गेहूं भारत की दो महीने की खपत के लिए काफी है. वही मार्च की शुरुआत से गेहूं की नई फसल बाजार में आने लगेगी. उम्मीद है कि इस साल गेहूं उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 50 लाख टन ज्यादा रह सकता है. इन सभी संकेतों को देखते हुए सरकार खुले बाजार में गेहूं की सप्लाई बढ़ा सकती है.
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