Farmer Success Story: एक बार कुबेर परिवार बहुत ही गरीब जीवन व्यतीत कर रहा था. पूरा परिवार रोजी-रोटी के लिए मुंबई शहर गया हुआ था. वहां, सभी ने कड़ी मेहनत की और वित्तीय स्थिरता लाई.आर्थिक स्थिरता के बाद उन्होंने गांव की खेती में प्रयोग करने का फैसला किया.
चाहे कितनी भी मुश्किल स्थिति क्यों न हो अगर इच्छा शक्ति मजबूत है आसमान को छुआ जा सकता है. जालना जिले के एक युवक ने ऐसा कुछ किया है. 7वीं तक की पढ़ाई करने वाले युवक ने अपने हालातों को खुद बदला है. युवक का नाम गंगाधर कुबरे है और वह जालना जिले के चितली पुतली गांव का प्रगतिशील किसान है.
एक बार कुबेर परिवार बहुत ही गरीब जीवन व्यतीत कर रहा था. पूरा परिवार रोजी-रोटी के लिए मुंबई शहर गया हुआ था. वहां, सभी ने कड़ी मेहनत की और वित्तीय स्थिरता लाई.आर्थिक स्थिरता के बाद उन्होंने गांव की खेती में प्रयोग करने का फैसला किया.
300 पेड़ से की शुरुआत
2017 में वह लातूर की एक नर्सरी से चंदन के 300 पौधे लेकर आए. ये पौधे हमारे एक एकड़ खेत में लगाए गए थे. उनकी मां शुरू में इस खेती के खिलाफ थीं. लेकिन उन्होंने अपनी मां को समझाया और काम पर लग गए. उनकी मां ने पांच साल तक गांव में इन पेड़ों की खेती की. पेड़ों की प्रगति देखने के लिए कुबारे हर हफ्ते मुंबई से घर आते थे. चंदन की खेती के लिए उन्होंने पहले साल में साढ़े तीन लाख रुपये खर्च किए.