संपत्ति के नाम पर पैतृक घर व गांव के बाहर दो एकड़ बंजर भूमि ही थी. हालत इतनी दयनीय थी कि परिवार के सामने घर चलाने के लिए भी पैसे नहीं थे. इलाज के लिए भी कर्ज लेने पड़ गए थे. अब उनकी मेहनत से अच्छे दिन आने लगे हैं.
छत्तीसगढ़ के एक किसान दंपति ने कमाल कर दिया. दो एकड़ बंजर जमीन पर रेखा कुजूर और उनके पति ने सोना उगाने वाली जमीन बना दिया है. आज रेखा उद्यमी बनने की ओर अग्रसर हैं. एक समय था जब परिवार गरीब था और खाने तक के पैसे नहीं थे.
संपत्ति के नाम पर पैतृक घर व गांव के बाहर दो एकड़ बंजर भूमि ही थी. हालत इतनी दयनीय थी कि परिवार के सामने घर चलाने के लिए भी पैसे नहीं थे. इलाज के लिए भी कर्ज लेने पड़ गए थे. अब उनकी मेहनत से अच्छे दिन आने लगे हैं.
5 लाख तक की आमदनी
रेखा कुजूर ने बताया कि खर्च निकालकर साल भर में तीन से पांच लाख तक की आय हो जाती है. उसकी एक बेटी रायपुर में एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रही है. रेखा का कहना है कि एग्रीकल्चर की दिशा में भविष्य बेहतर है. एक ही जगह पर मुर्गी, बकरी, बतख, सुअर, मछली और काजू, आम समेत अलग-अलग 10 प्रकार की सब्जी उगाकर रेखा अब सम्पन्न होने लगी हैं.