गेहूं के भाव MSP से ऊपर कायम हैं. दिल्ली में 3200 रूपये के करीब गेहूं भाव बरकरार हैं. जबकि उत्तर प्रदेश में भी दाम 3200 रूपये के करीब हैं.
देश में गेहूं के दाम रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए हैं. डीलरों और किसानों का कहना है कि सप्लाई के लिए सरकार द्वारा अतिरिक्त स्टॉक जारी करने में देरी और पिछले साल की कम फसल के कारण घरेलू बाजार में गेहूं की कीमतें सोमवार को एक नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. दुनिया में गेहूं के दूसरे सबसे बड़ा उत्पादक भारत ने मई 2022 में एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया था. गेहूं के भाव MSP से ऊपर कायम हैं. दिल्ली में 3200 रूपये के करीब गेहूं भाव बरकरार हैं. जबकि उत्तर प्रदेश में भी दाम 3200 रूपये के करीब हैं.
सरकार ने क्या कहा ?
2023 के लिए गेहूं की MSP ₹2,125/क्विंटल तय किया गया था लेकिन सप्लाई की कमी से कीमतों में तेजी जारी है. OMSS यानी ऑपन मार्केट सेल स्कीम के जरिए बिक्री पर स्थिति अभी साफ नहीं है. सरकार का कहना है कि वह दाम घटाने पर जल्द कदम उठाएगी और वह हर विकल्प पर विचार कर रही है. गेहूं के OMSS पर फैसला जल्द लिए जाने की संभावना है. सरकार का कहना है कि भंडार में गेहूं पर्याप्त मात्रा में मौजूद है.
गेहूं का भाव (NCDEX) (23 जनवरी)
मंडी भाव (`/क्विंटल)
इंदौर 2950
कानपुर 3177
राजकोट 2800
दिल्ली 3164
कोटा 2875
पूर्वी भारत में मंडियों से गेहूं गायब
जानकारों का कहना है कि खुले बाजार से गेहूं की सप्लाई नहीं हो पा रही है. जबकि पूर्वी भारत में गेहूं मंडियों से गेंहू पूरी तरह गायब है. उत्तर प्रदेश की मंडियों में गेहूं बेहद कम मौजूद है, जो गुजरात से मंडियों में सप्लाई किया जा रहा है.
जानकारों का कहना है कि PMGKAY के तहत गेहूं का वितरण बंद है और मांग में तेजी बनी रहने से कीमतों में उछाल आया है. यही नहीं फ्लोर मिलों के पास गेहूं का बड़ा संकट है . गेहूं की MSP 2022 में 2015 रूपये/क्विंटल और 2023 में 2125 रूपये/क्विंटल तय किया गया था.