Wheat Production: बढ़ते तापमान की वजह से उत्तर भारत में गेहूं के प्रोडक्शन से जुड़ी परेशानी भी खड़ी हो गई है. गर्मी बढ़ने से गेहूं का प्रोडक्शन कम हो सकता है.
Wheat Production:
उत्तर भारत में एक बार फिर से तापमान चढ़ने लगा है. पिछले साल मार्च में ज्यादा गर्मी से गेहूं के प्रोडक्शन पर असर पड़ा था. इस साल यहां गेहूं के प्रोडक्शन पर मौसम विभाग के साइंटिस्ट आर के जेनामनी से सीएनबीसी आवाज़ के संवाददाता असीम मनचंदा ने बातचीत की.
क्या गरमी से कम होगा गेंहू का प्रोडक्शन?
उत्तर भारत में पारा चढ़ने लगा है. फरवरी के महीने में ही तापमान 26 डिग्री तक पहुंच गया है और इसके आगे भी गर्मी बढ़ने का अनुमान जताया जा रहा है. ऐसे में गेहूं के प्रोडक्शन पर भी असर पड़ सकता है. दरअसल पिछले साल भी ऐसा ही हुआ था. 2022 में गर्मी के बढ़ने की वजह से गेहूं का प्रोडक्शन कम हुआ था.
पिछले साल इतना कम हुआ था प्रोडक्शन
पिछले साल मार्च में गर्मी 40 डिग्री तक पहुंच गई थी. पिछले साल इसके प्रोडक्शन में 5 फीसदी तक की कम आई थी. इस दौरान गेहूं का उत्पादन 106 मिलियन रहा था.