सूत्रों के मुताबिक अगर क्रेडिट सुइस का विलय यूबीएस में होता है तो 10 हजार नौकरियों को खत्म किया जा सकता है.
क्रेडिट सुइस संकट को लेकर लोगों का भरोसा वापस पाने के लिए स्विटजरलैड सरकार और यूबीएस के बीच क्रेडिट सुइस के टेकओवर को लेकर बात चल रही है. हालांकि अब खबर है कि यूबीएस पहले संकट में फंसे बैंक में नफे नुकसान को लेकर खुद सुनिश्चित होना चाहती है. रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि यूबीएस ने स्विटजलैड सरकार से टेकओवर के लिए 6 अरब डॉलर की गारंटी मांगी है.
दरअसल अमेरिका में रीजनल बैंकों में जारी संकट के बाद अब क्रेडिट सुइस जैसे दिग्गज नाम के संकट में आने से सरकारों की चिंताएं बढ़ गई हैं और स्विटजरलैंड की सरकार पर दबाव है कि वो किसी भी तरह से बैंक को संकट से बाहर निकाले जिससे बैंकिंग संकट को दूर किया जा सके और इसका असर दुनिया के दूसरे हिस्सों में फैलने से रोका जा सके. इसी वजह से सरकार इसके टेकओवर पर चर्चा कर रही है.
सूत्रों ने जानकारी दी कि यूबीएस इस दिशा में आगे बढ़ने से पहले सुनिश्चित करना चाहता है कि क्रेडिट सुइस को वापस पटरी पर लाने के लिए घाटे के कारोबार को बंद करने की नुकसान और इसके साथ ही संभावित कानूनी मामलों को खर्च उस पर न पड़े इसलिए 6 अरब डॉलर की गारंटी मांगी गई है.
वहीं सूत्रों ने साफ किया है कि इस बातचीत में कई अवरोध आ रहे हैं. वहीं संभावना है कि अगर दोनो बैंकों का विलय होता है तो 10 हजार नौकरियां जा सकती हैं. सरकार चाहती है कि इस दिशा में सोमवार को बाजार खुलने से पहले तक कोई सकारात्मक संकेत दे दिए जाएं.