FAIFA ने सोने और टॉप-एंड मोबाइल फोन के लिए शुल्क में कटौती की हालिया सरकार की योजनाओं का स्वागत किया है, जिससे इनकी तस्करी पर अंकुश लगेगा. हाल की समाचार रिपोर्टों के अनुसार, यह मानते हुए कि अधिक टैक्स सोने की तस्करी को बढ़ावा देता है.
वाणिज्यिक फसलों के लाखों किसानों और कृषि श्रमिकों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-लाभकारी संगठन फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया फार्मर एसोसिएशन (FAIFA) ने सरकार से तस्करी पर नियंत्रण के लिए सिगरेट पर शुल्कों में कटौती करने की अपील की है. FAIFA ने माननीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण के समक्ष एक पूर्व-बजट प्रजेंटेशन भी किया, जिसमें सिगरेट की तस्करी के बढ़ते खतरे व इसके परिणामस्वरूप बढ़ते अपराध से लेकर सरकार को होने वाले भारी कर नुकसान तक के विभिन्न मुद्दे पर प्रकाश डाला गया.
संगठन ने किया स्वागत
FAIFA ने सोने और टॉप-एंड मोबाइल फोन के लिए शुल्क में कटौती की हालिया सरकार की योजनाओं का स्वागत किया है, जिससे इनकी तस्करी पर अंकुश लगेगा. हाल की समाचार रिपोर्टों के अनुसार, यह मानते हुए कि अधिक टैक्स सोने की तस्करी को बढ़ावा देता है. सरकार सोने पर आयात शुल्क में कटौती करने की योजना बना रही है. इसे मौजूदा 18.45% से 12% करने पर विचार हो रहा है.
इससे भारतीय बाजार में सोना सस्ता होगा और इसकी तस्करी पर लगाम लगेगी. इसी तरह, ऐसी रिपोर्टें आई हैं कि बहुत महंगे फोन की बड़े पैमाने पर तस्करी से लड़ने के लिए वित्त मंत्रालय ऐसे फोन पर बेसिक कस्टम्स ड्यूटी (बीसीडी) को कम करने पर विचार कर रहा है, जिनके लिए सीआईएफ (लागत, बीमा और माल ढुलाई या देश में पहुंचने की लागत) 35,000 रुपये से 40,000 रुपये तक पड़ती है.
सिगरेट तस्करी पर लगे लगाम
सरकार ने सोने और मोबाइल की तस्करी पर अंकुश लगाने की पहल की है. सिगरेट की तस्करी भी एक बड़ा मुद्दा है. फिक्की कास्केड (अर्थव्यवस्था को नष्ट करने वाली तस्करी और जालसाजी जैसी गतिविधियों के खिलाफ समिति) की रिपोर्ट 'अवैध बाजार: हमारे राष्ट्रीय हितों के लिए एक खतरा' के अनुसार, तंबाकू उत्पादों का अवैध बाजार 22,930 करोड़ रुपये है, जबकि मोबाइल फोन का अवैध बाजार 15,884 करोड़ रुपये का है. साथ ही, तंबाकू उत्पादों के अवैध कारोबार से सरकार को 13,331 करोड़ रुपये मोबाइल फोन से 2859 करोड़ रुपये के टैक्स का नुकसान होता है. इसलिए यदि सरकार मोबाइल की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए पहल कर सकती है तो उसे ऐसे उत्पाद की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए, जिसका खतरा और भी बड़ा है. हाल के महीनों में सिगरेट की तस्करी में तेज वृद्धि से भारत में उगाए गए तंबाकू की कीमत पर विदेशी तंबाकू की पैठ बढ़ रही है. इसका असर भारतीय तंबाकू किसानों पर पड़ रहा है. हाल में जो बरामदगी हुई है, वह तो बहुत बड़े अवैध कारोबार का छोटा सा हिस्सा मात्र है.
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