महुवा के कालसर गांव के राहुलभाई ने बीए तक पढ़ाई की और उसके बाद नौकरी की. इसके बाद में नौकरी छोड़कर फूलों की नर्सरी शुरू की है. आज राहुल नर्सरी से लाखों कमा रहे हैं. उनकी नर्सरी में 100 प्रकार के फूलों के पौधे उपलब्ध हैं.
महुवा के कलासर गांव के राहुलभाई डोडिया ने B.A. तक पढ़ाई की है बाद में काम किया. उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और फूलों के पौधे की नर्सरी शुरू की थी. उनकी नर्सरी कलासर के पास स्थित है. आज वो नर्सरी के जरिए लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं.
100 से ज्यादा फूलों की किस्म
राहुलभाई पिछले तीन सालों से स्मार्ट नर्सरी चला रहे हैं. नर्सरी फूलों की 100 से अधिक किस्मों का उत्पादन और बिक्री कर रही है. गुजरात के हर जिले में फूलों के पौधे बिकते हैं. यहां 100 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक के पौधे मिल जाते हैं. इनडोर पौधे जिन्हें घर के अंदर रखा जा सकता है, बगीचों के लिए बाहरी पौधे, मौसमी पौधे, सजावटी पौधे, स्थायी पौधे, फलों की कटाई और रोपाई भी शामिल है.