बाजार अगर हफ्ते फेडरल रिजर्व, अमेरिकी बैंकिग संकट से मिले संकेतों पर प्रतिक्रिया देगा, बाजार में बीते हफ्ते 2 फीसदी का नुकसान हुआ है.
शेयर बाजार में इस हफ्ते गिरावट देखने को मिली है और दोनों प्रमुख इंडेक्स इस हफ्ते 2 फीसदी के करीब टूट कर बंद हुए हैं. हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में रिकवरी दिखी थी हालांकि इससे पहले दर्ज हुई गिरावट की वजह बाजार में ये हफ्ता नुकसान का हफ्ता साबिक हुआ. अगर आप भी बाजार में निवेश के मौके तलाश रहे हैं तो पहले देख लें कि बाजार पर अगले हफ्ते कौन से फैक्टर हावी रह सकते हैं. इससे आपको अपनी रणनीति बनाने में काफी मदद मिलेगी.
फेडरल रिजर्व की बैठक
21 मार्च से फेडरल रिजर्व की बैठक शुरू हो रही है और फैसले का ऐलान 22 मार्च को होगा. मौजूदा बैंकिंग संकट को देखते हुए पूरे बाजार की नजर फेड की बैठक के नतीजों पर है. उम्मीद जताई जा रही है कि संकट को देखते हुए फेड नरम रुख बनाए रख सकता है. हालांकि बीते हफ्ते ईसीबी की सख्ती के बाद निवेशकों के बीच अनिश्चितता बनी हुई है.
बैंकिंग संकट
अमेरिका की रीजनल बैंक से लेकर क्रेडिट सुइस तक फैले संकट ने बीते हफ्ते बाजारों को तगड़ा झटका दिया है. बाजार की नजर अब इन बैंकों को बचाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर है और साथ ही निवेशक इस आशंका को लेकर कुछ सतर्क हैं क्या संकट में कोई और बैंक भी आता है या नहीं.
आर्थिक आंकड़े
हफ्ते के दौरान कई देशो के आर्थिक आंकड़े आने है जिसमें अमेरिका के विदेश व्यापार, घरों की बिक्री, पीएमआई आंकड़े शामिल हैं. इसके अलावा दुनिया के कई और अहम अर्थव्यवस्थाओं के पीएमआई आंकड़े भी आने वाले हफ्ते में जारी होंगे.
तेल कीमतें
कतेल कीमतों में गिरावट भारत के लिए फायदे का संकेत है क्योंकि इससे देश की महंगाई में कमी आने की उम्मीद होती है. फिलहाल कच्चा तेल दिसंबर 2021 के बाद के निचले स्तरों पर पहुंच गया है. अगले हफ्ते बाजार देखेगा कि कच्चा तेल किन स्तरों पर बना रहता है इससे आगे की तस्वीर साफ होगी.
(डिस्क्लेमर: CNBC TV18 हिंदी पर दी गई सलाहें या विचार एक्सपर्ट, ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार हैं, वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके प्रति जिम्मेदारी नहीं है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या सर्टिफाइड एक्सपर्ट से राय जरूर लें।)