पिछले हफ्ते अमेरिकी सरकार के अधिकारियों और वॉरेन बफेट के बीच कई बार बातचीत हुई है. सरकार चाहती है कि दिग्गज निवेशक निवेश के जरिए क्षेत्रीय बैंकों की मदद करें
अमेरिकी सरकार मौजूदा बैंकिंग संकट से निपटने के लिए निवेश गुरू वॉरेन बफेट के पास पहुंची है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बाइडन सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी बर्कशायर हैथवे पहुंचे हैं. सूत्रों ने जानकारी दी है कि पिछले हफ्ते दोनो पक्षों में कई बार बातचीत हुई हैं. सूत्रों ने कहा कि सरकार बफेट से निवेश और सलाह दोनों चाहती है. दरअसल बर्कशायर हैथवे ने इससे पहले के कई संकट के दौरान बैंकों को मदद देकर उन्हें वापस पटरी पर पहुंचाया है.
सूत्रों ने कहा कि बातचीत में सरकार के पक्ष का मुख्य जोर इस बात पर है कि बफेट रीजनल बैंकों को बचाने के लिए किसी भी तरह से निवेश करें. हालांकि इसके अलावा दुनिया भर के बैंकिंग सेक्टर के संकट पर भी बातचीत हुई है. अमेरिकी सरकार बैंकिंग सेक्टर को संकट से बचाने के लिए बैंकों को सीधी मदद से बच रही है. न ही इस मामले में फेड कोई कड़ा एक्शन ले रहा है.
दरअसल रणनीति के तहत अमेरिका के बड़े बैंक खुद आगे आकर रीजनल बैंकों को मदद कर रहे हैं. पिछले हफ्ते ही बड़े बैंकों ने 30 अरब डॉलर इसी काम के लिए जुटाए हैं. सरकार अब इसमें वॉरेन बफेट जैसे दिग्गजों को शामिल करना चाहती है जिससे छोटे बैंको को बचाया जा सके.
बफेट का संकटग्रस्त बैंकों में निवेश का अपना इतिहास रहा है. 2011 में बैंक ऑफ अमेरिका और 2008 में गोल्डमैन सैक्स ग्रुप को निवेश गुरू से जरूरी आर्थिक मदद मिली थी.