Oil Price: कच्चे तेल की कीमत में भारी गिरावट देखी गई है. क्रूड ऑयल कई महीनों के निचले स्तर पर आ गया है.
शुक्रवार को तेल की कीमत धड़ाम हो गई. शुरुआत में यह 1 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा बढ़ी थी, लेकिन बाद में इसमें 3 डॉलर से भी ज्यादा की गिरावट आई. बैंकिंग सेक्टर की वजह से तेल की कीमत कई महीनों के अपनी सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट की ओर पहुंच गई. ब्रेंट क्रूड (Brent crude) वायदा 1.59 डॉलर या 2.1 फीसदी गिरकर 73.11 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. इसी तरह यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड 1.43 डॉलर या 2.1 फीसदी की गिरावट के साथ 66.92 डॉलर पर था.
तेल की कीमत 15 महीने के निचले स्तर पर आ गई है, जो दिसंबर 2021 के बाद का सबसे निचला स्तर है. यूएस क्रूड, जिसे डब्ल्यूटीआई के रूप में जाना जाता है, इंट्रा-डे के निचले स्तर 65.27 डॉलर पर पहुंच गया. विश्लेषकों के अनुसार, सिलिकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank) से उभरे बैंकिंग संकट से निवेशक सतर्क हैं.
क्यों कम हुई कीमत?
इस सप्ताह सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) और सिग्नेचर बैंक के संकट से परेशानी बढ़ी. इसके अलावा क्रेडिट सुइस (Credit Suisse) और फर्स्ट रिपब्लिक बैंक (First Republic Bank) से भी संकट जैसी स्थिति आई. यूरोपीय सेंट्रल बैंक और अमेरिकी ऋणदाताओं के समर्थन के बाद शुक्रवार को कीमतों में कुछ सुधार आया, लेकिन जब एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप ने कहा कि उसने पुनर्गठन के लिए आवेदन किया है तो कीमत में फिर से गिरावट आई है.
Saxo बैंक में कमोडिटी स्टैटेजी के प्रमुख Ole Hansen ने कहा कि कीमतों में गिरावट बाजार की लगातार नाजुक स्थिति को उजागर करती है. OPEC+ के मेबर्स ने सप्लाई और मांग के असंतुलन के बजाय फाइनेंशियल चालकों को इस सप्ताह की कीमतों में कमजोरी के लिए जिम्मेदार ठहराया. दिसंबर 2021 के बाद इस हफ्ते पहली बार डब्ल्यूटीआई 70 डॉलर प्रति बैरल से कम हो गया. इससे अमेरिकी सरकार मांग को बढ़ावा देते हुए अपने स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व को फिर से भरना शुरू कर सकती है.
सऊदी अरब और रूस ने गुरुवार को एक बैठक में 2023 के अंत तक उत्पादन लक्ष्य को प्रति दिन दो मिलियन बैरल कम करने के ओपेक + के फैसले के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की. ओपेक+ मॉनिटरिंग पैनल 3 अप्रैल को मिलने वाला है.