वैश्विक वित्तीय सिस्टम में संकट के इस दौर में Deutsche Bank के शेयर में शुक्रवार को भारी गिरावट देखने को मिली. इस बैंक के शेयर में लगातार तीन दिनों से जोरदार गिरावट देखने को मिली. शुक्रवार तक Deutsche Bank का शेयर करीब 15% तक लुढ़कने के बाद हल्की रिकवरी दिखाया.
अमेरिका में सिग्नेचर बैंक और सिलिकॉन वैली बैंक के फेल होने के साथ शुरू हुआ बैंकिंग संकट अब दुनियाभर के अलग-अगल हिस्सों में फैलता दिख रहा है. पहले स्विट्जरलैंड की क्रेडिट सुईस और अब जर्मनी के सबसे बड़े बैंक यानी Deutsche Bank पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं. वैश्विक वित्तीय सिस्टम में संकट के इस दौर में Deutsche Bank के शेयर में शुक्रवार को भारी गिरावट देखने को मिली. इस बैंक के शेयर में लगातार तीन दिनों से जोरदार गिरावट देखने को मिली. शुक्रवार तक Deutsche Bank का शेयर करीब 15% तक लुढ़कने के बाद हल्की रिकवरी दिखाया. इसके बाद ये करीब 8.5% की गिरावट के साथ शुक्रवार को बंद हुआ है.
2020 के बाद पहली बार इस बैंक का क्रेडिट डिफॉल्ट स्वैप्स रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. निवेशकों में इस बैंक को लेकर चिंता साफ देखने को मिल रही है. हाल ही में बड़े संकट से बचाने के लिए स्विट्जरलैंड सरकार के हस्तक्षेप के बाद UBS ग्रुप ने क्रेडिट सुईस बैंक को बचाने के लिए हाथ बढ़ाया है.
वैश्विक वित्तीय सिस्टम में Deutsche Bank की अहम भूमिका
लगातार कई सालों से छोटे बैंकों के मॉडर्न और सुरक्षित बनाने की कवायद के बीच Deutsche Bank बैंक को लेकर ये खबर आ रही है. ये बैंक न केवल जर्मनी बल्कि दुनियाभर में अपनी अलग पहचान रखता है. खास बात है कि अमेरिका के वॉल स्ट्रीट पर बॉन्ड्स, डेरिवेटिव्स और करंसी की ट्रेडिंग में इस बैंक की भी अहम भूमिका है. ये बैंक कई मल्टीनेशनल कंपनियों को कर्ज देने, उनकी पूंजी मैनेज करने से लेकर कॉरपोरेट अकाउंट्स तक संभालने का काम करता है. ऐसे में अब अनुमान है कि इस बैंक के संकट में घिरने से वैश्विक वित्तीय सिस्टम पर भी बुरा असर देखने को मिलेगा.