खुदरा महंगाई 6 फीसदी के कंफर्ट लेबल से ऊपर बनी हुई है और यूएस फेड सहित अधिकांश वैश्विक बैंको का आक्रामक रुख (hawkish stance) जारी है.
खुदरा महंगाई 6 फीसदी के कंफर्ट लेबल से ऊपर बनी हुई है और यूएस फेड सहित अधिकांश वैश्विक बैंकों का आक्रामक रुख (hawkish stance) जारी है. PTI की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) एक बार फिर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है. रिपोर्ट के अनुसार एक्सपर्ट का कहना है कि RBI ग्लोबल बैंकों की तर्ज पर अप्रैल में घोषित की जाने वाली बाई-मंथली मॉनेटरी पॉलिसी में 25 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी कर सकता है.
वित्तवर्ष 2023-24 के लिए पहली MPC की बैठक 3 अप्रैल शुरू होने जा रही है. रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) 3, 5 और 6 अप्रैल को तीन दिवसीय बैठक करेगी.
ग्लोबल सेंट्रल बैंकों का आक्रामक रुख
अगली मॉनेटरी पॉलिसी को मजबूत करते समय समिति जिन दो प्रमुख कारकों पर गहनता से विचार-विमर्श करेगी, वे हैं उच्च खुदरा महंगाई और हाल ही में विकसित देशों के केंद्रीय बैंकों, विशेष रूप से यूएस फेडरल रिजर्व, यूरोपीय सेंट्रल बैंक और बैंक ऑफ इंग्लैंड द्वारा की गई बढ़ोतरी.