अमेरिकी बाजारों में उथल-पुथल जारी है. वहीं, अब खबरें आ रही है अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में भारी गिरावट आई है. इस पर बाजार में दो बातें आ रही है कि पहली ये कि 22 मार्च को अमेरिकी फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पावेल इस बार शायद ब्याज दरें नहीं बढ़ाएंगे. वहीं, दूसरा ये कि बहुत कम बढ़ेंगी.
आइए आपको बताते हैं 4 काम की बातें...
1. करीब 0.50% की बढ़ोतरी के साथ ही अमेरिका में बेंचमार्क रेट 4.25%-4.5% के रेंज में है. इसके पहले लगातार 4 बैठकों में हर बार 75 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी हुई थी. 1980 के दशक के बाद ब्याज दरों को लेकर फेडरल रिजर्व का ये सबसे आक्रामक रुख रहा है.
2. FOMC के सदस्यों का मानना है कि टर्मिनल रेट 5.1% हो सकता है यानी ब्याज दरें 5.1% पर पहुंचने के बाद ही इसमें कटौती के संकेत मिल रहे हैं.
3. फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि मंहगाई पर लगाम लगाना जरूरी है. अभी तक अक्टूबर और नवंबर के आंकड़ों से हल्की राहत के संकते मिले हैं. लेकिन अभी ये कहना मुश्किल है कि महंगाई में यहां से गिरावट ही आएगी. अभी कुछ आंकड़ों का भी इंतजार है.
4. अमेरिका में ब्याज दरों का ये नया स्तर दिसंबर 2007 से के बाद पहली बार है. 2007 में वैश्विक मंदी से ठीक पहले अमेरिका में ब्याज दरें इस स्तर पर पहुंची थी. फेड के फैसले से एक दिन पहले ही नवंबर महंगाई के आंकड़े जारी हुए हैं. नवंबर लगातार पांचवां महीना रहा, जब अमेरिका में महंगाई में कमी आई है.ॉ