Wilful Defaulters List: प्राइवेट सेक्टर के बैंकों की बात करें तो फरवरी 2023 तक एचडीएफसी बैंक के मामले में विलफुल डिफॉल्टर्स पर 11,714 करोड़ रुपये बकाया था, जो मार्च 2022 में 9,007 करोड़ रुपये था. आईडीबीआई बैंक के लिए ये आंकड़ा फरवरी 2023 तक 26,404 करोड़ रुपये है.
देश में विलफुल डिफॉल्टर्स की संख्या बढ़ती ही जा रही है. क्रेडिट इनफार्मेशन कंपनी ट्रांसयूनियन CIBIL के लेटेस्ट डेटा के मुताबिक, विलफुल डिफॉल्टर्स पर प्रमुख प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बैंकों का 88,435 करोड़ रुपये बकाया है. जो एक साल में 75,294 करोड़ रुपये था.
इस लिस्ट में देश के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर का बैंक एचडीएफसी बैंक और पब्लिक सेक्टर के बैंक जैसे बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) शामिल हैं.
विलफुल डिफॉल्टर्स वह व्यक्ति या संस्था हैं, जो चुकाने की क्षमता होने के बावजूद बैंक लोन चुकाने में विफल रहता है. दूसरे शब्दों में, उधार लेने वाले के पास पैसा तो है, लेकिन इरादे की कमी है.