आज से 8 दिसंबर तक निवेशकों के पास Bharat Bond ETF के चौथी किश्त में निवेश करने का मौका होगा. इस ईटीएफ के जरिए सरकारी कंपनियों के बॉन्ड्स में निवेश होता है. इसकी मैच्योरिटी अवधि दिसंबर 2033 तक है.
निवेशकों के पास आज से भारत बॉन्ड ईटीएफ में निवेश करने का मौका है. Edelweiss Mutual Fund ही इस ETF को मैनेज कर रहा है. Edelweiss Mutual Fund ने कहा कि ये फंड ऑफर (NFO) 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक के लिए खुलेगा. भारत बॉन्ड ईटीएफ केवल AAA रेटेड कॉरपोरेट बॉन्ड्स में निवेश करता है. ये कॉरपोरेट बॉन्ड सरकारी कंपनियों के होते हैं.
Bharat Bond ETF के NFO की 10 बेहद जरूरी बातें
1. भारत बॉन्ड ईटीएफ एक तरह का एक्सचेंज ट्रेडेट फंड है, जिसकी मैच्योरिटी अवधि तय होती है. इसमें आपका पैसा सरकारी कंपनियों के बॉन्ड्स में निवेश किया जाता है.
2. ये भारत बॉन्ड ईटीएफ को निफ्टी भारत बॉन्ड इंडेक्स में शामिल किया जाएगा. इसकी अवधि अप्रैल 2033 तक के लिए होगी, जोकि CPSEs, CPSUs, CPFIs समेत दूसरे सरकारी संस्थानों के बॉन्ड में निवेश होगा.
3. इसमें कम से कम 1001 रुपए का निवेश करना होगा. इसके बात 1 रुपए के मल्टीपल में रिटेल निवेशक निवेश कर सकते हैं. संस्थागत निवेशकों के लिए न्यूनतम निवेश रकम 2,00,001 रुपए होगा और फिर इसके बाद 1 रुपए के मल्टीपल में इससे ज्यादा निवेश कर सकते हैं.
4. इस भारत बॉन्ड ईटीएफ के जरिए Edelweiss Mutual Fund करीब 1,000 करोड़ रुपए जुटाएगी. हालांकि, ग्रीनशू के जरिए 4,000 करोड़ रुपए के अतिरिक्त फंड जुटाने का विकल्प भी होगा.
5. भारत बॉन्ड ईटीएफ का ये किश्त अप्रैल 2033 में मैच्योर होगी. मैच्योरिटी पर यील्ड करीब 7.50% होगी. फंड हाउस ने इसके बारे में जानकारी दी है. ईटीएफ का पहला ट्रांच 2019 में लॉन्च किया गया था.
6. चूंकि, भारत बॉन्ड ईटीएफ की ट्रेडिंग स्टॉक एक्सचेंज पर होती है, इसलिए इसपर कोई लॉक-इन नहीं होगा. फंड की अवधि के दौरान कभी भी इसे खरीदा और बेचा जा सकता है.
7. इस ईटीएफ में नेशनल बैंक ऑफ एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया, पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन और NTPC की ओर से जारी पेपर शामिल होंगे.
8. Edelweiss Mutual Fund सरकार की ओर इस ईटीएफ को डिजाइन और मैनेज करेगी. भारत बॉन्ड ईटीएफ के जरिए Edelweiss Mutual Fund का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट करीब 50,000 करोड़ रुपए का है.
9. फंड हाउस ने बताया कि पिछले एक साल में ETF ने करीब 2-4% का रिटर्न दिया है.
10. फंड मैनेजर्स का कहना है कि इस साल ब्याज दरों में आक्रामक बढ़ोतरी की वजह से डेट स्कीम्स पर मिलने वाले रिटर्न प्रभावित हुए है.