सर्कुलर के मुताबिक यूपीआई पेमेंट्स पर 0.5-1.1 फीसदी PPI चार्ज लगाने का सुझाव दिया गया है. CNBC-TV18 की खबर के मुताबिक UPI के जरिए 2 हजार रुपये के ट्रांजेक्शन पर 1.1 फीसदी प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट यानि PPI लगाने का सुझाव दिया है.
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानि NPCI ने UPI पेमेंट को लेकर एक सर्कुलर जारी कया है. इस सर्कुलर में NPCI ने सिफारिश की है कि 1 अप्रैल से UPI से होने वाले मर्चेंट पेमेंट पर PPI चार्ज लगाया जाए. सर्कुलर के मुताबिक NPCI ने इंटरचेंज लगाने की बात कही है.
सर्कुलर के मुताबिक यूपीआई पेमेंट्स पर 0.5-1.1 फीसदी PPI चार्ज लगाने का सुझाव दिया गया है. CNBC-TV18 की खबर के मुताबिक UPI के जरिए 2 हजार रुपये के ट्रांजेक्शन पर 1.1 फीसदी प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट यानि PPI लगाने का सुझाव दिया है.
ब्रोकिंग फर्म Equirus के मुताबिक मौजूदा गाइडलाइन्स के मुताबिक डेबिट कार्ड पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) चार्ज देना होगा. इस चार्ज की दर 0.3 से 0.8 फीसदी होगी. यह पहला कदम हो सकता है कि हम भुगतान के अन्य तरीकों पर भी इंटरचेंजों की घोषणा को बढ़ते हुए देख सकते हैं. Equirus के मुताबिक लगभग 65-70 फीसदी UPI P2M लेनदेन 2,000 रुपये से अधिक के मूल्य होता है इसलिए, इन पर लगभग 0.5 से लगभग 1.1 प्रतिशत के इंटरचेंज लगाकर शुरुआत की जा सकती है.