Online Payment:
इंटरनेट बैंकिंग (Internet Banking) और UPI हमारी जिंदगी का जरूरी हिस्सा बन गया है. ऑनलाइन पेमेंट के लिए कई लोग एनईएफटी, आरटीजीएस और आईएमपीएस जैसे पेमेंट मोड का इस्तेमाल करते हैं. ऑनलाइन पेमेंट और सेफ फंड ट्रांसफर के लिए हमें जान लेना चाहिए कि इनमें से कौन- सा तरीका आपके लिए सबसे फायदेमंद है.
रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS)
ज्यादा पैसों को जल्दी से और बिना किसी रुकावट के ट्रांसफर करने के लिए आरटीजीएस को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है.
यह पैसे ट्रांसफर करने का एक प्राइवेट और सेफ तरीका है. आरटीजीएस से भुगतान करना है तो आपको कम से कम 2 लाख रुपए ट्रांसफर करने होंगे.
इसकी मदद से रियल टाइम में पैसे ट्रांसफर हो जाते हैं.
वीकडे में आरटीजीएस ट्रांसफर सुबह 8 से शाम 4.30 बजे तक ही हो सकता है.RBI ने ट्रांजेक्शन फीस की लिमिट निश्चित की है.
नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT)
भारत में बैंकों के बीच पैसे ट्रांसफर करने के लिए एनईएफटी जैसे इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट मोड का इस्तेमाल होता है.
इस मोड में पूरे दिन में कुछ बैच में ही पैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं.
इस मोड में डेफर्ड नेट सेटलमेंट बेसिस को इस्तेमाल किया जाता है. एनईएफटी ट्रांसफर के लिए कोई न्यूनतम और अधिकतम पैसों की लिमिट नहीं है.
एनईएफटी से पैसे ट्रांसफर करने के लिए ग्राहक से कोई फीस नहीं ली जाती है. सेविंग अकाउंट वाले यूजर्स भी ऑनलाइन एनईएफटी ट्रांसफर के लिए चार्ज नहीं देते हैं.
एनईएफटी का इस्तेमाल क्रेडिट कार्ड पेमेंट, EMI और विदेशों में पैसे भेजने के लिए भी किया जाता है.इमीडिएट पेमेंट सर्विस (IMPS)
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन एक इंस्टेंट इंटरबैंक इलेक्ट्रॉनिक मनी ट्रांसफर सर्विस देता है. इसे आईएमपीएस के नाम से भी जाना जाता है.
इसमें ग्राहक बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर करने के लिए मोबाइल फोन, ऑनलाइन बैंकिंग या एटीएम का इस्तेमाल कर सकते हैं.
इसमें यूजर्स किसी भी दिन, कहीं से भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. पैसे ट्रांसफर होने के बाद यूजर्स के अकाउंट में तुरंत पैसे आ जाते हैं. आईएमपीएस पेमेंट के लिए कोई न्यूनतम या अधिकतम लिमिट नहीं है.