प्योर इंश्योरेंस प्रोडक्ट, यानी टर्म इंश्योरेंस से आपकी असमय मृत्यु की स्थिति में अपने आश्रितों के फाईनेंशियल कल्याण को सुरक्षित बनाए रखने में सहायता मिलती है. टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी को चुनते समय अनेक पहलुओं पर विचार किया जाना जरूरी है.
आदिल शेट्टी, सीईओ, Bankbazaar.com
टर्म इंश्योरेंस आपकी फाईनेंशियल व्यवस्था का एक जरूरी हिस्सा है. प्योर इंश्योरेंस प्रोडक्ट, यानी टर्म इंश्योरेंस से आपकी असमय मृत्यु की स्थिति में अपने आश्रितों के फाईनेंशियल कल्याण को सुरक्षित बनाए रखने में सहायता मिलती है तथा अक्सर इसके साथ निवेश से जुड़ा कोई लाभ नहीं मिलता है. ऐसे लोग जिनके आश्रित हैं, उनके लिए टर्म इंश्योरेंस जरूरी है, लेकिन इसके साथ-साथ सही राशि तथा कवरेज टाइप को चुनना भी उतना ही ज़रूरी है ताकि आपके प्रियजनों की वित्तीय सिक्योरिटी को तय किया जा सके. टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी को चुनते समय अनेक पहलुओं पर विचार किया जाना जरूरी है, जिनमें से कुछ पर नीचे विचार किया गया है.
आपको कितनी कवरेज की जरूरत है?
जीवन बीमा कवरेज की राशि के पर्याप्त होने के बारे में फैसला करने में अनेक फैक्टर शामिल होते हैं. पहला, अपने परिवार की मौजूदा और भावी फाईनेंशियल ज़रूरतों का अनुमान लगाएं जैसे नियमित खर्च, बच्चे की शिक्षा, तथा विवाह. इसके बाद, अपने मौजूदा निवेश तथा कर्ज की जिम्मेवारियों का अंदाजा लगाएं, जैसे होम लोन, पर्सनल लोन, कार लोन और क्रेडिट कार्ड ईएमआई आदि. पर्याप्त बीमा कवरेज से आपके परिवार को उसकी मौजूदा तथा भावी पैसे से जुड़ी ज़रूरतों को पूरा करने तथा विभिन्न फाईनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता मिलनी चाहिए. इससे उनको रिटायरमेंट खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त फंड्स प्राप्त होने चाहिए.
आपकी जीवन बीमा अवधि कितनी लंबी होनी चाहिए?
जब बीमा की बात की जाती है, तो टाइमिंग बहुत महत्वपूर्ण होता है. आदर्श रूप से, आपको अपने जीवन बीमा की अवधि को आपकी वैल्थ क्रिएशन यात्रा की अवधि से अलाइन करना चाहिए ताकि आप अपने परिवार की मौजूदा और भावी ज़रूरतों के लिए एक पूंजी संजो सकें, जिसमें आपकी रिटायरमेंट भी शामिल है. यदि आपकी टर्म प्लान अवधि, जरूरी वैल्थ को क्रिएट करने की अवधि के कम है, तो आपका परिवार फाईनेंशियल जोखिम की स्थिति में आ सकता है. लेकिन, यदि आपकी पॉलिसी आपकी ज़रूरी अवधि के अधिक लंबे समय तक चलती है, तो प्रीमियम के भुगतान से आपकी वैल्थ में कमी होगी. इस उद्देश्य के लिए, एक उपयुक्त अवधि का फैसला करने के लिए सावधानी से प्लानिंग करना जरूरी होता है.
टर्म इंश्योरेंस लेने की आदर्श आयु क्या होती है?
जब जीवन बीमा की बात की जाती है, तो मंत्र बिलकुल साफ है- जितनी जल्दी, उतना ही बेहतर. अपने करियर की शुरुआत में जीवन बीमा खरीदने से आप प्रीमियम के बारे में काफी बचत कर सकते हैं, जिसमें पॉलिसी की अवधि के दौरान कोई बदलाव नहीं होता है. यदि आप अपने 30वें या 40वें साल में पॉलिसी खरीदते हैं, तो आप अपने परिवार के फाइनेंशियल कल्याण को जोखिम में डाल रहे हैं. इसके अलावा, उम्र से संबंधित स्वास्थ्य दशाओं के कारण, आपको कवरेज के लिए और भी अधिक प्रीमियम देना पड़ सकता है.
जीवन बीमा की अपनी जरूरत की रेग्यूलर रिव्यू करें
बीमा कवरेज आपके फाइनेंशियल पोर्टफोलियो का हिस्सा है, जिसका आपका रेग्यूलर रिव्यू जरूर करना चाहिए. समय के साथ, जीवनशैली में बदलावों के कारण, आय में बढ़ोतरी के कारण, कर्ज में बदलाव और फाईनेंशियल लक्ष्यों के कारण आपकी फाइनेंशियल स्थिति बदल सकती है. परिणामस्वरूप, आपके परिवार की फाईनेंशियल ज़रूरतें बदल सकती हैं. अपने परिवार की ज़रूरतों के मुताबिक अपने बीमा कवरेज को रिव्यू या एडजस्ट करके, आप यह तय कर सकते हैं कि आपने हमेशा पर्याप्त कवरेज लिया हुआ है.
एड-ऑन ज़रूरतों की जांच करें
अनेक जीवन बीमा प्रोवाइडर कई एड-ऑन कवर प्रदान करते हैं ताकि पॉलिसी की कवरेज को बढ़ाया जा सके. कुछ कॉमन एड-ऑन में दुर्घटना मृत्यु लाभ, क्रिटिकल बीमारी कवर, और स्थाई रूप से विकलांग होने पर प्रीमियम को वेव करना शामिल होता है, जिनको अतिरिक्त प्रीमियम के आधार पर प्राप्त किया जा सकता है. चुनने से पहले अपने विकल्पों की तुलना करें, और कभी-कभी एड-ऑन की बजाए अलग पॉलिसी खरीदना सस्ता और अधिक लाभदायक साबित होता है. साथ ही, कृपया एड-ऑन लाभ को लेने से पहले उनके नियम और शर्तों को पढ़ लें.
बीमाकर्ता के ट्रैक रिकॉर्ड की जांच कर लें
आप अपनी बीमा पॉलिसी किस से खरीदते हैं, इस बात का सीधा असर आपके दावे पर पड़ता है. टर्म प्लान को खरीदने से पहले, महत्वपूर्ण पैरामीटर्स के आधार पर बीमा प्रोवाइडर्स की तुलना करें, जैसे प्रीमियम, क्लेम सेटलमेंट रेशो, क्लेम सेटलमेंट टाइम, एड-ऑन, तथा पॉलिसी की शर्तें. याद रखने वाली एक अन्य महत्वपूर्ण बात यह है कि जब इंश्योरेंस खरीद रहे हों, तो बीमा प्रोवाइडर को सही-सही जानकारी प्रदान करें ताकि क्लेम को अस्वीकार होने से रोका जा सके.
कल क्या होगा और दुर्भाग्य का एडवांस में अंदाज नहीं लगाया जा सकता है. इनके लिए एडवांस में तैयार करने से आपको मन की शांति मिल सकती है. टर्म इंश्योरेंस एक प्रभावी टूल है जिससे आपको कल की खराब स्थिति के लिए तैयार होने में सहायता मिलती है और आपके प्रिय जनों की फाईनेंशियल सुरक्षा को तय किया जा सकता है.