what is thematic mutual funds in Hindi :थीमैटिक फंड में हाई रिटर्न देने की क्षमता होती है, लेकिन हाई रिस्क भी होता हैं.
थीमैटिक फंड वो इक्विटी म्यूचुअल फंड होते हैं जो किसी थीम से जुड़े शेयरों में पैसा लगाते हैं. उदाहरण के लिए एक इंफ्रास्ट्रक्चर थीम फंड -सीमेंट, बिजली, स्टील जैसे सेक्टर्स में निवेश करेगा. इसी तरह अगर कोई हाउसिंग थीमेटिक फंड है तो उसमें कुछ हिस्सा सिमेंट कंपनी, कुछ हिस्सा पेंट कंपनी में निवेश किया जाएगा. सेबी (सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) के आदेश के अनुसार थीमैटिक फंड में 80% एसेट अलोकेशन इक्विटी और इक्विटी से संबंधित उपकरणों में होना चाहिए. थीम-बेस्ड म्यूचुअल फंड एग्रेसिव इन्वेस्टर्स के लिए सबसे अच्छे माने जाते है.
हाई रिस्क और हाई रिवॉर्ड इंवेस्टमेंट-
थीमैटिक फंड में हाई रिटर्न देने की क्षमता होती है, लेकिन हाई रिस्क भी होता हैं. थीम-आधारित म्यूचुअल फंड लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न देने के लिए जाने जाते हैं हाई रिस्क और हाई रिवॉर्ड इन्वेस्टमेंट रिटर्न होने के होने के कारण इसमें कम से कम 5 से 7 साल के लिए इन्वेस्टमेंट करना चाहिए. यदि आप एक अवसरवादी निवेशक हैं जिसका लक्ष्य बाजार के विभिन्न साइकिल और इकोनॉमिक ट्रेंड से वेल्थ क्रिएशन है तो आप थीमेटिक फंड में निवेश कर सकते हैं. इन फंड्स का अधिकतम लाभ उठाने के लिए समय पर प्रवेश और एग्जिट जानने के लिए बाजार की बारीकी से निगरानी करना महत्वपूर्ण है.
उदाहरण से समझें थीमेटिक फंड-मान लीजिए कि होम लोन की दरें गिर रही हैं और एक्सपर्ट्स को एफोर्डेबल हाउसिंग की मांग में बढ़ोतरी की उम्मीद है, तो वे इस थीम पर एक फंड लॉन्च कर सकते हैं. फंड कंस्ट्रक्शन, सीमेंट, बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं, पेंट आदि की कंपनियों में निवेश कर सकता है. अब बैंकिंग और कंस्ट्रक्शन दो अलग-अलग सेक्टर हैं लेकिन यहां वे एक थीम से एकजुट हैं. ये सेक्टोरल फंड से अलग होते है. सेक्टोरल फंड में ऐसे शेयरों में निवेश किया जाता है जो विशेष सेक्टर जैसे फार्मा, बैंकिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े होते हैं. थीमैटिक फंड अलग तरह से काम करते हैं.