SUMMARY
Moringa Oleifera के तने, पत्तियों के अलावा फूलों के भी बड़े फायदे हैं. इस फूल में बैक्टीरिया से लड़ने की जबरदस्त क्षमता होती है.
Moringa Oleifera नाम के इस छोटे से फूल में कई औषधीय गुण होते हैं. यह पौधा मोरेसी परिवार के जीनस मोरिंगा में एक लकड़ी का पौधा है.
कम या ज्यादा बारिश से पौधों को कोई नुकसान नहीं होता है. यह कई तरह की परिस्थितियों में उगने वाला पौधा है. इसकी खेती सभी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है. बेकार, बंजर और कम उपजाऊ भूमि में भी इसकी खेती की जा सकती है.
एक एकड़ में करीब 1,200 पौधे लग सकते हैं. सहजन का पौधा लगाने का खर्च करीब 50,000-60,000 रुपए आएगा. सहजन का उत्पादन करने से 1 लाख रुपए से ज्यादा की कमाई आसानी से हो सकती है.
इस पेड़ के फल लंबे पतले डंठल के रूप में खाए जाते हैं. पेड़ के छोटे पत्ते. इसके पत्तों को सब्जी के रूप में खाया जा सकता है. इस वसंत में सजने के फूल खूब सुहाते हैं. यह फूल एंटीडोट का काम करता है. वसंत ऋतु में ऋतु परिवर्तन के समय सर्दी, बुखार और खांसी बनी रहती है. इन सब चीजों से खुद को बचाने के लिए फूल लोगों के काम आते हैं.
सहजन के डंठल या फल में ढेर सारा अमीनो एसिड होता है. आमवाती रोगियों के लिए बड़ा लाभ. गठिया का तेल सूजे हुए पंखों से बनता है. जो गठिया के मरीजों के लिए काफी कारगर है.
खासकर अगर आपको जुकाम और छाती और गले का संक्रमण है. फूल खाने के बड़े फायदे होते हैं. इसके अलावा, यह फूल पोषक तत्वों से भरपूर होता है. यह फूल विटामिन ए, बी1, बी2, बी3, मैग्नीशियम और प्रोटीन से भरपूर होता है.
बहुत से लोग इस फूल को खाते हैं. हालांकि, बहुत से लोग यह नहीं जानते कि पोषण की गुणवत्ता को कैसे बनाए रखा जाए. हर समय तला हुआ भोजन न करें. आलू और अन्य सब्जियों के साथ खा सकते हैं. साजने के डंठल को सब्जी या सब्जी के साथ पका कर खा सकते हैं.