SUMMARY
कलबुरगी के चिट्टापुरा तालुक के भंकलागा गांव के किसान रामलिंगारेड्डी पुलिस पाटिल ने 4.5 एकड़ में 45 क्विंटल तुअर (अरहर की दाल) उगाकर सबका ध्यान खींचा है.
तोगरिनाड में इस बार फसल कम हुई है लेकिन फसल को सोने का भाव मिल राह है. अचानक हुई बंपर कीमत से किसान की किस्मत खुल गई है. कलबुरगी के चिट्टापुरा तालुक के भंकलागा गांव के किसान रामलिंगारेड्डी पुलिस पाटिल ने 4.5 एकड़ में 45 क्विंटल तुअर (अरहर की दाल) उगाकर सबका ध्यान खींचा है. कलबुरगी के पूरे किसान परेशान हैं क्योंकि भारी बारिश के कारण उनकी फसल नष्ट हो गई है और वे नेटे रोग से प्रभावित हैं.
रामलिंगा रेड्डी को अच्छी फसल मिल रही है और अच्छी कीमत भी मिल रही है. शुरुआत में उन्हें भी चिंता थी कि फसल नष्ट हो जाएगी. हालांकि कृषि विभाग के कुछ अधिकारियों के निर्देशानुसार वह जीआरजी-152 नामक बीज लाकर उसे जोतता था. उम्मीद के मुताबिक फसल अच्छी हुई है.
रामालिंगारेड्डी ने भांकलगा में बंपर फसल काटी है, आसपास के किसान उनके खेत का दौरा कर रहे हैं. कुछ लोगों की तरह वे भी बीज देने को बेताब हैं. 45 क्विंटल में से 20 क्विंटल बीज की डिमांड पहले से है.
वर्तमान में बाजार में कीमत 7 से 8 हजार रुपए प्रति क्विंटल है और इसके और भी बढ़ने की संभावना है. कुल मिलाकर एक स्थानीय तोगरी बीज किस्म ने किसान का दामन थाम लिया है और किसान को खुश कर दिया है.