SUMMARY
एक किसान ने नासिक से 50 से ज्यादा कटहल के पौधे मंगाए. इस किसान ने परंपरागत खेती छोड़कर बागवानी की और अब यह हर महीने लाखों कमा रहा है.
राजस्थान का पूर्वी द्वार कहा जाने वाला भरतपुर (Bharatpur) केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (Keoladeo National Park) के लिए प्रसिद्ध है. इसके अलावा यह क्षेत्र बागवानी के लिए भी प्रसिद्ध रहा है. अगर बात जिले के भुसावर (Bhusavar) कस्बे की जाए तो यहां के किसान परंपरागत खेती को छोड़कर बागवानी की तरफ रुख कर रहे हैं और कम लागत में अधिक मुनाफा लेने के लिए केमिकल फर्टिलाइजर की बजाय जैविक खाद का इस्तेमाल कर रहे है.
भुसावर का एक किसान, कैलाश सैनी ने कम जमीन में कटहल (Jackfruit) की खेती कर मोटा मुनाफा कमा रहा है. उनका कहना है कि 5 साल पहले इस खेती की शुरुआत की थी. अब पेड़ पर कटहल आना शुरू हो गए हैं. इसकी मांग स्थानीय क्षेत्र के साथ-साथ देश के विभिन्न प्रांतों में भी है. इस खेती से हर महीने एक लाख रुपए से ज्यादा की आमदनी हो रही है. उनका कहना कि क्षेत्र के ज्यादातर किसान उन से प्रेरणा लेकर परंपरागत खेती को छोड़ बागवानी करके आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे है.