SUMMARY
Halari Donkey: हलारी गधा मुख्य रूप से सौराष्ट्र की एक लुप्तप्राय नस्ल है. इसका दूध खास है. फिलहाल 180 रुपए प्रति लीटर के हिसाब दूध बेचा जा रहा है. इस दूध का उपयोग महिलाओं के सौंदर्य प्रसाधनों में किया जाता है.
Halari Donkey: गुजरात (Gujarat) में हलारी गधों की संख्या अब महज 450 के आसपास रह गई है. साथ ही दूध की मांग ज्यादा होने के कारण एक हलारी गधे की कीमत एक लाख से भी ज्यादा हो गई है. हलारी गधे के प्रजनन के लिए राज्य और केंद्र सरकार भी विशेष कदम उठा रही है. इन परिस्थितियों में, इस अत्यंत उपयोगी प्रजाति को विलुप्त होने से बचाने के लिए सहजीवन संगठन ने विशेष कदम बढ़ाया है. जिसके तहत राजकोट जिले के उपलेटा तालुक के कोल्की गांव में 25 फरवरी 2023 को अनोखे तरीके से हलारी गधे के खोलका का उत्सव समारोह आयोजित किया गया था. समारोह का संचालन हलारी गदर्भ संवर्धन समिति द्वारा किया गया. इस समारोह में मोटाभाई भारवाड़ समुदाय के लगभग 150 लोग उपस्थित थे. हलारी गधों को पालने वाले मालधारी भाई, बहनें और सरकारी अधिकारी मौजूद थे.
पिछले साल हलारी ने गधों की रक्षा के लिए गोदभराई समारोह आयोजित किया था. पिछले साल जीस मादा गधो की गोदभराई हुई थी उसने बच्चो को जन्म दीया है. अब मालधारी समाज ने हर्षोल्लास के साथ उस बच्चो की जन्म की खुशी व्यक्त की. मालधारी बहनों ने नवजात खोलकों पर तिलक, कुंकू चावल और गुलाबी चुंदड़ी छिड़ककर जन्म की बधाई दी. साथ ही सोरठी भाषा के गीत भी गाए. जबकि मालधारी बंधुओं ने खोलको को फूल की माला अर्पण करे के अभिवादन कीया. इस में से प्रत्येक नवजात खोलका परिपक्व होने पर सवा लाख रुपए का होगा.
इस मौके पर पशुपालन विभाग राजकोट के उप संयुक्त निदेशक डॉ. काकडिया एवं उपलेटा पशु चिकित्सक डॉ. कसुंद्रा और सहजीवन संस्था के कार्यक्रम निर्देशक रमेश भट्टी उपस्थित थे. इन दो कार्यक्रमों का उद्देश्य गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में लुप्तप्राय प्रजातियों के रूप में हलारी गधों की रक्षा करना और इस नस्ल के गुणों के बारे में मालधारी समुदाय और अन्य समुदायों के बीच जागरूकता पैदा करना था. हलारी गधा मुख्य रूप से सौराष्ट्र की एक लुप्तप्राय नस्ल है. जिसका दूध विशेष है.
फिलहाल 180 रुपये प्रति लीटर के हिसाब दूध बेचा जा रहा है. इस दूध का उपयोग महिलाओं के सौंदर्य प्रसाधनों में किया जाता है. फिलहाल हलारी गधे की कीमत भी आसमां तक पहुंच गई है. एक हलारी गधे की कीमत एक लाख रुपए तक पहुंच गई है. वर्तमान में, हलारी नर गधे बहुत दुर्लभ हैं. वर्तमान में हलारी गधों की संख्या 450 है. पिछले वर्ष काफी प्रयासों के बाद गधो को पालने वालों को एकत्रित कर संघ बनाने की पहल की गई है. इस वर्ष इस संस्था द्वारा हलारी गधे की सुरक्षा के लिए काफी प्रयास किए गए हैं.