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Business Idea: मधुमक्खियों से शहद इकट्ठा करना कोई आसान काम नहीं है. मुर्शिदाबाद के कुछ शहद किसान बड़ी मुश्किल से ओसियन प्रजाति की मधुमक्खियों से शहद इकट्ठा कर रहे हैं
मधुमक्खियों से शहद इकट्ठा करना कोई आसान काम नहीं है. मुर्शिदाबाद के कुछ शहद किसान बड़ी मुश्किल से ओसियन प्रजाति की मधुमक्खियों से शहद इकट्ठा कर रहे हैं, शहद किसानों ने बताया कि इस शहद की खेती सर्दी और बसंत के दौरान की जाती है.
कृत्रिम रूप से कुछ बक्सों में मोम से मधुमक्खी का छत्ता बनाने के बाद ओस्टियन प्रजाति की मधुमक्खियां छत्ते से बाहर निकल जाती हैं. ऑस्टियन प्रजाति की मधुमक्खियां हर दिन छत्ते से बाहर आती हैं और अलग-अलग फूलों से शहद इकट्ठा करने के लिए दो से ढाई किलोमीटर की दूरी तय करती हैं. सरसों के खेतों सहित बगीचों और छत्ते में शहद इकट्ठा करें ऑस्ट्रियाई मधुमक्खियों द्वारा बनाया गया.
मधुमक्खी के छत्ते में शहद जमा होने के बाद एक बार छत्ते को पैडल मशीन नामक मशीन से भर दिया जाता है, छत्ते को भर दिया जाता है और पैडल घुमाता है, तब शहद निकलता है, तब शहद खुले बाजार में बिकने के लिए तैयार हो जाता है. बड़ी मशक्कत के बाद शहद किसान शहद जमा कर अपनी जीविका चला रहे हैं, फिर भी शहद किसान मधुमक्खी के छत्ते से शहद इकट्ठा कर उम्मीद की रोशनी देख रहे हैं.
इस अवस्था में अलग-अलग रंग और स्वाद वाला सात से आठ तरह का शहद मिलता है. आमतौर पर यह माना जाता है कि शहद गहरे लाल रंग का होता है लेकिन मधुमक्खियां उस जगह से शहद इकट्ठा करेंगी जहां फूल हैं तो उस शहद का रंग और स्वाद बिल्कुल अलग होगा.
इस शहद को मधुमक्खियां उठाकर इकट्ठा करना होता है एक बगीचे में बक्सों की पंक्तियां, और कई फ्रेमों में लाखों मधुमक्खियाँ एक द्वार ऐसा भी है, जहां से श्रमिक मधुमक्खियां सूर्योदय के समय फूलों से शहद बटोरने के लिए निकलती हैं. कार्यकर्ता मधुमक्खियों को छोड़कर प्रत्येक बॉक्स में एक रानी मधुमक्खी और कुछ नर मधुमक्खियां होती हैं.
वे अपनी तरह बॉक्स के दरवाजे से बाहर निकलते हैं फिर सूर्यास्त से पूर्व सब अपने-अपने धाम अर्थात् डिब्बे में लौट आते हैं. हालांकि शहद उत्पादकों का दावा है कि मोबाइल फ्रीक्वेंसी के कारण कई मधुमक्खियां अपने घर लौटते समय रास्ता भटक रही हैं.