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आलू और प्याज ने किसानों की दिक्कत बढ़ा दी है. देश के अन्नदाताओं के लिए लागत निकालना भी मुश्किल हो गया है.
देश में किसानों की दिक्कतें किसी से छिपी नहीं हैं. अब आलू और प्याज के दाम किसानों के आंसू निकाल रहे हैं. इस साल पैदावार ज्यादा होने से दोनों की कीमत धड़ाम हो गई है. इसकी वजह से किसानों को आलू और प्याज की उपज का सही दाम नहीं मिल पा रहा है. आइए इसके बारे में डिटेल में जानते हैं.
आलू और प्याज के दाम धड़ाम हो गए हैं, जो किसानों के लिए अच्छी खबर नहीं है. लासलगांव में प्याज दो रुपए प्रति किलोग्राम पर बिक रहा है. मालूम हो कि लासालगांव प्याज़ की सबसे बड़ी मंडी है.
यहां प्याज की कीमत इतनी गिर गई कि नीलामी तक रोकनी पड़ी. किसानों को एक क्विंटल प्याज पर औसत 400 रुपए से 500 रुपए का दाम मिल रहा है.
कंजूमर मंत्रालय ने Nafed को प्याज खरीदने के निर्देश दिए हैं. अभी तक नेफेड ने 200 मेट्रिक टन प्याज खरीदा है. प्याज को दिल्ली की मंडियों में बेचा जाएगा.
हरियाणा ,उत्तर प्रदेश, गुजरात में आलू के किसान परेशान हैं. आलू 2 से ढाई रुपए प्रति किलो पर बिक रहा है. किसानों के लिए लागत निकालना भी मुश्किल हो गया है.
अहमदनगर के नेप्ती के प्याज बाजार में प्याज औसतन 5 से 6 रुपए पर बिक रहा है. कारोबारी बताते हैं कि कई राज्यों में प्याज का उत्पादन बढ़ा है लेकिन प्याज की मांग घटी. अहमदनगर जिले में प्याज की खेती में 30 फीसदी की वृद्धि हुई है. उसमें लाल प्याज लंबे समय तक नहीं चलने के कारण किसान बड़ी मात्रा में प्याज बिक्री के लिए ला रहे हैं. प्याज खरीदते समय व्यापारियों को जाना पड़ता है. व्यापारियों से एक्सक्लूसिव बातचीत में पता चला कि यह लागत बिक्री के समय भी चुकानी पड़ती है, इसलिए व्यापारी किसानों को ज्यादा कीमत नहीं दे सकते, लेकिन इस साल किसानों का कहना है कि ऐसा महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में प्याज के बड़े उत्पादन के कारण हुआ है.