SUMMARY
Business Idea: खेती करके आप वर्षों में लाखों कमा सकते हैं. एक एकड़ में लगभग 1,200 पौधे लगाए जा सकते हैं और साल में 5 से 6 तक लाख कमा सकते हैं. अगर आपके पास जगह कम है तो आप आराम से 30-50 पेड़ लगाकर साल में 2 लाख कमा सकते हैं.
भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है. भारत की अधिकांश जनसंख्या प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कृषि से जुड़ी हुई है. कोरोना काल में भी भारतीय अर्थव्यवस्था कृषि के कारण सांस ले रही थी. कृषि क्षेत्र बड़ी मात्रा में रोजगार पैदा करता है. इसके साथ ही यह छोटे व्यवसाय की नींव भी है. इसलिए यहां उन किसानों के लिए कम निवेश वाला एक बिजनेस आइडिया प्रस्तुत किया गया है, जो कम निवेश और बड़े लाभ मार्जिन के साथ अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं.
सहजन की खेती : बनासकांठा जिले के दिसा तालुका के जूना दिसा वासना गांव के रहने वाले शिवभाई पटेल की उम्र महज 26 साल है और उन्होंने बीएससी तक पढ़ाई की है. उन्होंने धान के खेत में लगभग 65 पौधे उगाए हैं और एक पौधा साल में दो बार सहजन पैदा करता है. जिसमें एक पेड़ से 100 किलो उत्पादन होता है. इससे उन्हें दो लाख रुपए की आमदनी हो रही है. उन्होंने पिछले पांच सालों में 6 लाख से ज्यादा की कमाई की है.
मोरिंगा का वैज्ञानिक नाम मोरिंगा ओलीफेरा है. इसकी खेती के लिए न ज्यादा पानी की जरूरत होती है और न ही ज्यादा रख-रखाव की जरूरत होती है. इसमें समय भी कम लगता है और फायदा भी होता है. खेती करना बहुत ही आसान है और अगर आप इसे बड़े पैमाने पर नहीं करना चाहते हैं तो आप अपनी सामान्य फसलों से भी इसकी खेती कर सकते हैं.
यह गर्म क्षेत्रों में आसानी से पनपता है और इसके फूलने के लिए 25 से 30 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है. इसलिए ठंडे इलाकों में इसकी खेती ज्यादा जरूरी नहीं मानी जाती है. सहजन की ज्यादातर उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में खेती की जाती है. सहजन का पेड़ तेजी से बढ़ता है. इसका उपयोग हाथ धोने और जल शोधन के लिए किया जा सकता है. यह कभी-कभी हर्बल दवाओं में भी प्रयोग किया जाता है.
निवेश और कमाई: आप सहजन खेती के व्यवसाय में एक बार पैसा लगाकर लंबी अवधि की कमाई कर सकते हैं. कुल मिलाकर आपको आप ₹5 लाख तक कमा सकते हैं. एक बार बोने के बाद चार साल तक बोना नहीं पड़ता. सहजन एक औषधीय पौधा है. लिहाजा ऐसे पौधों की खेती के साथ-साथ उनकी मार्केटिंग और एक्सपोर्ट भी आसान हो गया है.
अच्छी तरह से उगाई गई रोसिन की न सिर्फ भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में काफी डिमांड है. लिहाजा वर्तमान में किसानों का ध्यान ज्वार की खेती के कारोबार पर बढ़ रहा है. ज्वार की खेती का व्यवसाय कैसे शुरू करें? ज्वार की खेती की सबसे खास बात यह है कि इस बिजनेस के लिए आपको जमीन के बड़े टुकड़े की जरूरत नहीं है.
आप अपनी सामान्य फसलों के साथ इसकी खेती भी कर सकते हैं. किसान इसकी खेती के 10 महीने बाद प्रति एकड़ अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं. सर्गा का उपयोग औषधीय और हर्बल उद्देश्यों के लिए किया जाता है.
सहजन में 46 एंटी-ऑक्सीडेंट, 92 विटामिन, 18 तरह के अमीनो एसिड और 36 दर्द निवारक होते हैं. साथ ही यह भी दावा किया जाता है कि सरगवा के सेवन से 350 से अधिक बीमारियों से बचा जा सकता है.