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बंगालियों को खाने का शौकीन माना जाता है. अगर खाली समय में आइसक्रीम हो तो कहने को कुछ नहीं है. इस समय सर्दियों का मौसम खत्म होने को है.
सर्दियों का मौसम खत्म होते ही स्प्रिंग सीजन के आगमन के साथ मेलों में आइसक्रीम की टोकरियां बिक रही हैं. आइसक्रीम को खरीदने के लिए कई आम लोग जमा हो रहे हैं. ग्राहक आइसक्रीम को खाने के लिए बेताब हैं. इस आइसक्रीम को अमूल दूध को हाथ से बेलकर बनाया जाता है. इसका नाम राबड़ी कुल्फी है.
मुर्शिदाबाद जिले के कंडी मेले में फैंसी आइसक्रीम देखने को मिली. दक्षिण चौबीस परगना के जयनगर के व्यापारी इस आइसक्रीम को बनाकर बेच रहे हैं. आइसक्रीम को बंगाली में कुल्फी के नाम से भी जाना जाता है. यह एक प्रकार की मिठाई है, जिसे बर्फ और चीनी और मुख्य रूप से दूध से बनाया जाता है.
लेकिन विक्रेताओं के अनुसार, इसका स्वाद मूल रूप से कुल्फी जैसा ही है. बिक्री मूल रूप से अच्छी चल रही है. इसे मेले के रूप में 8 से 15 हजार रुपए में बेचा जाता है. इसे राबड़ी कुल्फी के नाम से जाना जाता है.
इस लाइव कुल्फी को बनाने के लिए इस लाइव आइसक्रीम को चॉको चिप्स, चॉकलेट राइस सामग्री से बनाया गया है. यह बास्केट आइसक्रीम या लाइव आइसक्रीम 30 रुपये प्रति प्लेट के हिसाब से बिकती है.
हालांकि, आइसक्रीम खाने आने वाले ग्राहकों के अनुसार, मुंह में पानी लाने वाला आइसक्रीम का स्वाद और स्वाद बेजोड़ है.