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आपके घर पहुंचने वाली चाय की पत्ती को बागानों से चुनकर निकाला जाता है. चाय की पत्ती को लेकर नया प्रयोग किया जा रहा है. इस चाय को चांदनी चाय का नाम दिया गया है. जानिए इस नाम के पीछे की कहानी क्या है और इसका चांदनी से क्या लिंक है?
टी गार्डन से जुड़े अधिकारियों और श्रमिकों के संयुक्त प्रयास से सुगंध 'मूनलाइट टी' बाजार में आ रही है. श्रमिक पूर्णिमा की चांदनी 2 पत्ते एक कली इकट्ठी कर रहे हैं.
डुआर्स में यह दूसरा साल है जब डूआर्स के मिधेरदाबरी टी गार्डन अथॉरिटी ने ऐसी चाय की पत्तियों को चुनना शुरू किया है.
इन श्रमिकों की ड्रेस को 'मून लिट टी प्लकिंग' कहा जाता है. कारखाने में उस विशेष दिन पर तोड़ी गई कच्ची चाय की पत्तियों से बनने वाली चाय को चाय बाजार में 'चांदनी चाय' कहा जाता है. यह स्वाद और गंध में अन्य सभी चायों को टक्कर देगी.
विशेषज्ञों का कहना है कि जोत्सना की रोशनी में उगने वाली चाय की पत्तियां एक अनोखी तरह की सुगंध जोड़ती हैं, जो प्राकृतिक रूप से पैदा होती है.
अब चाय बागान के अधिकारियों ने तय किया है कि हर पूर्णिमा की रात को कच्ची चाय की पत्तियां तोड़ी जाएंगी और बाजार में उतारी जाएंगी, लेकिन चांदनी चाय की कीमत आम चाय से कहीं ज्यादा होगी.
पूरी तरह से चांदनी पर निर्भर रहने के बजाय, बगीचे के कुछ हिस्सों में श्रमिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मशालें जलाई गईं. कार्यकर्ताओं को विशेष टॉर्च लाइटें दी गईं.