होमफोटोबिजनेसगर्मी शुरू होते ही पलायन के लिए हुए मजबूर यहां के लोग, जानिए लोगों की दर्दभरी कहानी

गर्मी शुरू होते ही पलायन के लिए हुए मजबूर यहां के लोग, जानिए लोगों की दर्दभरी कहानी

गर्मी शुरू होते ही पलायन के लिए हुए मजबूर यहां के लोग, जानिए लोगों की दर्दभरी कहानी
Profile image

By HINDICNBCTV18.COMMar 16, 2023 11:00:13 PM IST (Published)

Switch to Slide Show
Switch-Slider-Image

SUMMARY

सर्दियों के दौरान कच्छ के बन्नी इलाके को रणोत्सव के लिए दुल्हन की तरह सजाया जाता है, लेकिन एक बार रणोत्सव खत्म होने और गर्मी शुरू हो जाने के बाद इस इलाके पर किसी की नजर नहीं जाती.

बिजनेस
Image-count-SVG1 / 11
(Image: )

सर्दियों के दौरान कच्छ के बन्नी इलाके को रणोत्सव के लिए दुल्हन की तरह सजाया जाता है, लेकिन एक बार रणोत्सव खत्म होने और गर्मी शुरू हो जाने के बाद इस इलाके पर किसी की नजर नहीं जाती. बन्नी क्षेत्र, जो रणोत्सव की मेजबानी करता है और लाखों पर्यटकों का स्वागत करता है, गर्मी शुरू होते ही हर साल की तरह पानी के लिए तरसता रहता है. इस वजह से हर साल की तरह इस साल भी लोगों ने अपने गांव से पलायन करना शुरू कर दिया है.

बिजनेस
Image-count-SVG2 / 11
(Image: )

यहां के पशुपालकों को अपनी नहीं, बल्कि अपने मवेशियों की चिंता है. जैसे कोई परिवार अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए किसी बड़े शहर में पलायन कर जाता है, वैसे ही इन पशुपालक भी इन तीन महीनों के लिए अपने बच्चों यानी अपने मवेशियों के लिए दूसरी जगह पलायन कर जाते हैं.

बिजनेस
Image-count-SVG3 / 11
(Image: )

"लड़े व्या छडे व्या, कहे धण धणार, तो भ मीठडो मुजो वतन बन्नीयनजो..." इस पंक्ति का अर्थ है, "पशुपालक कह रहे है की, हमने छोड दिया, मवेशियों के साथ मजबूरन निकल गए, फिर भी मेरा वतन बन्नी सबसे प्यारा है."

बिजनेस
Image-count-SVG4 / 11
(Image: )

कच्छ के बन्नी क्षेत्र में इन पंक्तियों का उपयोग ग्रामीण पलायन के दौरान करते हैं। पलायन अब एक क्रिया नहीं है, बल्कि एक मौसम हो गया है, हर बारह महीनों में उनके जीवन का एक नियमित क्रम बन गया है. आपको बता दें कि, इंसानी आबादी से तीन से चार गुना ज्यादा जानवरों की आबादी वाले इन गांवों में दिन में सिर्फ एक घंटे पानी मिलता है.

बिजनेस
Image-count-SVG5 / 11
(Image: )

कच्छ के नाना सराडो समूह ग्राम पंचायत के उप सरपंच गुलाम मीठा खान ने News18 को बताया कि "गाँव के बाहरी इलाके में घास में आग लगने के बाद अब घास की कमी हो गई है. पानी की अनियमितता के कारण कुए इतने खाली हो गए हैं कि, उनमें आग भी लगा सकते है."

बिजनेस
Image-count-SVG6 / 11
(Image: )

पंचायत के पूर्व सरपंच फकीरमाद जाट ने कहा कि, गांव के तालाबों में पानी अब सबसे नीचे है और बहुत गंदा है. अवाड़ा में पर्याप्त पानी नहीं होने के कारण हमारे मवेशियों को झील का गंदा पानी पीना पड़ता है. इससे वे बीमार पड़ते हैं और उनका दूध उत्पादन भी कम हो जाता है. पानी की इस समस्या के कारण ही गांव की कई भैंसें पांच-छह महीने का गर्भ धारण के बाद गर्भपात जावप हो जाती हैं."

बिजनेस
Image-count-SVG7 / 11
(Image: )

बन्नी क्षेत्र के नाना सारादो समूह ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले नाना सारादो, बड़ा सारादो, रभु वांढ, सांवलपुर वंध आदि गांवों में लोग इस समय पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं. इन गांवों की टंकियों में दिन में एक घंटे ही पानी आता है.

बिजनेस
Image-count-SVG8 / 11
(Image: )

इस दौरान गांव की महिलाएं हेल, घडा और गागर से पानी भरने जाते है. इन्हीं महिलाओं में से एक हैं जीजाबाई, जो रोज पानी लाने के लिए एक हाथ में छोटा बच्चा और दूसरे हाथ में घडे को उठाके पानी भरने जाती हैं.

बिजनेस
Image-count-SVG9 / 11
(Image: )

पूरे बन्नी क्षेत्र में पशुओं की सबसे बड़ी संख्या इस छोटे सारादो समूह ग्राम पंचायत में आती है. करीब 10 हजार इंसानी आबादी यहां 30 हजार से ज्यादा जानवरों की देखभाल करती है.

बिजनेस
Image-count-SVG10 / 11
(Image: )

इन चरवाहों और उनके मवेशियों के लिए शेरवो गांव का खारा पानी (salty water) ही एकमात्र विकल्प है. छह किलोमीटर दूर से आने वाला खारा पानी आता है, तो यहां के जानवर उससे पीकर अपनी प्यास बुझाते हैं। इसके साथ ही गांव की महिलाएं भी उसी अवाडा से पानी भरकर लाती हैं, जिसे उनके परिवार पीने और घरेलू कामों में इस्तेमाल करते हैं.

बिजनेस
Image-count-SVG11 / 11
(Image: )

गौरतलब है कि, पिछले साल कच्छ के एक अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर लाइव जुड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बन्नी के इन मालधारियों के लिए अपनी चिंता व्यक्त की और उनसे आग्रह किया कि वे अपना गांव छोड़कर पलायन न करें, बल्कि जीवन की सबसे जरूरी चीज, पानी को लेकर ये मालधारी लाचार हो गए हैं. अपने लिए नहीं तो अपने पशुओं के लिए मालधारी हर साल यही त्याग करते रहे हैं.

बिजनेस की लेटेस्ट खबर, पर्सनल फाइनेंस, शेयर बाजार (स्टॉक मार्केट) की ब्रेकिंग न्यूज और स्टॉक टिप्स, इन्वेस्टमेंट स्कीम और आपके फायदे की खबर सिर्फ CNBCTV18 हिंदी पर मिलेगी. साथ ही अपने फेवरेट चैनल सीएनबीसी आवाज़ को यहां फोलो करें और लाइक करें हमें फेसबुक और ट्विटर पर.
arrow down
CurrencyCommodities
CompanyPriceChng%Chng