SUMMARY
कांग्रेस को 24 साल बाद पहली बार गैर-गांधी अध्यक्ष मिला है. मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष चुने गए हैं. खड़गे को चुनाव में कुल 7897 वोट हासिल हुए जबकि शशि थरूर को 1072 वोट मिले. आइए जानते हैं कि कौन हैं कांग्रेस के नए अध्यक्ष और कैसा रहा है उनका राजनीतिक करियर?
मल्लिकार्जुन खड़गे को 'सोलिलादा सरदारा' के नाम से जाना जाता है. इसका मतलब है कि वो नेता जो हारा ना हो. मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम लगातार 11 चुनाव जीतने का रिकॉर्ड है.
मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. इसके अलावा वो 8 बार विधायक, दो बार सांसद और राज्य सभा के सांसद भी रहे हैं.
मल्लिकार्जुन की विधानसभा कर्नाटक की गुलबर्गा रही है. उनकी ग्रेजुएशन गुलबर्गा के आर्ट्स और साइंस कॉलेज से हुई थी. इसके बाद उन्होंने गुलबर्गा के एसएस कॉलेज से एलएलबी की थी.
खड़गे के पॉलिटिकल करियर की शुरुआत कॉलेज से ही हुई थी. वो गुलबर्गा के सरकारी कॉलेज के स्टूडेंट यूनियन के लीडर रहे थे. खड़गे तीन बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की रेस में हार चुके हैं.
साल 1969 में खड़गे ने कांग्रेस को ज्वाइन किया था. खड़गे UPA की सरकार में रेल मंत्रालय, श्रम मंत्रालय को संभाल चुके हैं. 2014 से लेकर 2019 तक वो कांग्रेस में लोकसभा के नेता रह चुके हैं.
2021 तक वो राज्यसभा में विपक्ष के नेता रह चुके हैं. साल 1942 को जन्मे मल्लिकार्जुन के 3 बेटे और 2 बेटियां हैं.