SUMMARY
शुक्रवार को भारतीय रुपये में डॉलर के मुकाबले तेज उछाल देखा गया. पिछले सेशन में रुपये को जितना नुकसान हुआ, वो पलटता नजर आया. इसके पीछे का कारण अमेरिकी महंगाई के उम्मीद से कम आंकड़े थे. इसके चलते अमेरिकी डॉलर में गिरावट दर्ज हुई. लेकिन अगर डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होता है, तो जानिए इसके पीछे आम आदमी को क्या फायदा होता है?
सबसे पहले फायदा पेट्रोल और डीजल के जरिए होगा. कच्चे तेल का बिजनेस डॉलर्स में होगा, रुपये के भाव ज्यादा होंगे तो सरकार को कम दाम देने पड़ेंगे. इससे पेट्रोल-डीजल के दाम आम जनता पर कम बोझ डालेंगे.
दूसरा फायदा दालों और इलेक्ट्रॉनिक्स के सामानों को लेकर होगा. जो भी सामान आयात किया जाएगा, वो कम दाम देकर खरीदा जा सकेगा.
रुपये की मजबूत होने का सबसे बड़ा असर महंगाई पर रहता है. इससे महंगाई को काबू करने में मदद मिलती है.
रुपये के मजबूत होने पर भारत के शेयर बाजार में विदेशी निवेशक जमकर पैसा लगाते हैं.
डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती का फायदा आम आदमी को शेयर बाजार से कमाई के तौर पर मिलेगा.
देश के विदेशी मुद्रा भंडार को अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी माना जाता है. इससे विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने में मदद मिलेगी.
डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती से देश की तरक्की होती है.