SUMMARY
ITI mutual fund : आईटीआई म्यूचुअल फंड ने एक एनएफओ (NFO)- आईटीआई फ्लेक्सी कैप फंड के लॉन्च की घोषणा की है. यह एनएफओ 27 जनवरी को खुल गया है और 10 फरवरी, 2023 को सब्सक्रिप्शन के लिए बंद हो जाएगा.
आईटीआई फ्लेक्सीकैप फंड एक ओपेन एंडेड इक्विटी फंड है.यह फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है जो लंबी अवधि के निवेश के जरिए अपनी दौलत में इजाफा करना चाहते हैं. ये लार्ज, मिड और स्मॉल कैप कंपनियों में पैसा लगाएगा. 4 साल से कम की अवधि में, आईटीआई म्यूचुअल फंड ने 16 स्कीम शुरू की हैं.
कम से कम 5000 रुपये निवेश जरूरी- आईटीआई म्यूचुअल फंड ने एक एनएफओ (NFO)- आईटीआई फ्लेक्सी कैप फंड के लॉन्च की घोषणा की है. यह एनएफओ 27 जनवरी को खुल गया है और 10 फरवरी, 2023 को सब्सक्रिप्शन के लिए बंद हो जाएगा.
न्यूनतम 5000 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के गुणक में है. फंड का मैनजेमेंट धीमंत शाह और रोहन कोर्डे द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा. आईटीआई फ्लेक्सी कैप फंड को निफ्टी 500 टोटल रिटर्न इंडेक्स के खिलाफ बेंचमार्क किया जाएगा.
किनके लिए बेहतर विकल्प-यह फंड मुख्य रूप से लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से संबंधित उपकरणों में निवेश करेगा. यह एनएफओ उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है जो लंबी अवधि के लिए बाजार में निवेश करना चाहते हैं.
अलग अलग मार्केट कैप में निवेश की सुविधा-आईटीआई म्यूचुअल फंड के मुख्य निवेश अधिकारी राजेश भाटिया ने कहा कि आईटीआई फ्लेक्सी कैप फंड लॉन्च के पीछे उद्देश्य निवेशकों को अलग अलग मार्केट कैप और डाइवर्स सेक्टर में अपना निवेश बनाए रखने का लाभ देना है. कैपेक्स साइकिल के और बढ़ने की उम्मीद के साथ, निवेशकों को कई उद्योगों में ग्रोथ वर्क यानी विकास वक्र का अनुभव करने का अवसर मिल सकता है. मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड और निवेश के एक बेहतर विकल्प के साथ, आईटीआई म्यूचुअल फंड विभिन्न तरह के जोखिम उठाने की क्षमता वाले सभी निवेशकों को निवेश समाधान प्रदान करने पर केंद्रित है.
फंड हाउस 31 दिसंबर 2022 के अंत तक 3557 करोड़ रुपये की संपत्ति का प्रबंधन कर रहा है. कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी एयूएम (AUM) में से, इक्विटी एयूएम 2674.94 करोड़ रुपये है, जबकि हाइब्रिड और डेट योजनाओं का कुल एयूएम.553.45 करोड़ और 329.34 करोड़ रुपये है. एयूएम का भौगोलिक विस्तार टॉप 5 शहरों में 40.53 फीसदी है. उसके बाद के 10 शहरों में 19.77 फीसदी की हिस्सेदारी, अगले 20 शहरों में 12.27 फीसदी की हिस्सेदारी और अगले 75 शहरों में 10.50 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ डाइवर्सिफाइड है. इसके अलावा अन्य शहरों में एयूएम की 16.92 फीसदी हिस्सेदारी है.