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CAN FIN HOMES LTD-कंपनी का कुल मुनाफे में निवेशकों को दिया गया हिस्सा डिविडेंड कहलाता है. डिविडेंड प्रति शेयर के हिसाब से दिया जाता है. आइए आपको विस्तार से बताते हैं.
केनफिन होम्स की बोर्ड बैठक में 1.5 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड को मंजूरी मिल गई है. इस फैसले से निवेशकों को सीधा फायदा होगा. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने अपनी ताजा रिपोर्ट में शेयर पर 610 रुपये का लक्ष्य तय किया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी के नतीजे काफी बेहतर रहे है. दूसरी तिमाही में मुनाफा बढ़कर 142 करोड़ रुपये हो गया है. वहीं, आमदनी 40 फीसदी बढ़कर 468 करोड़ रुपये हो गई है.
आपको बता दें कि कंपनियां दो तरह के डिविडेंड देती है. अंतरिम और फाइनल डिविडेंड होता है. किसी वित्त वर्ष के लिए जब तक बुक्स ऑफ अकाउंट क्लोज नहीं होता है, उससे पहले कंपनी जब डिविडेंड की घोषणा करती है तो उसे अंतरिम डिविडेंड कहते हैं. ये शेयर होल्डर्स की सहमति से वापस भी लिए जा सकते हैं.
फाइनल डिविडेंड वह डिविडेंड होता है जब फाइनेंशियल ईयर समाप्त होने पर कंपनी एनुअल जनरल मीटिंग के समय इसकी घोषणा करता है. इस डिविडेंड को वापस नहीं लिया जा सकता है.
क्या होता है डिविडेंड- कंपनी का कुल मुनाफे में निवेशकों को दिया गया हिस्सा डिविडेंड कहलाता है. डिविडेंड प्रति शेयर के हिसाब से दिया जाता है. यानी जिस निवेशक के पास जितने अधिक शेयर होंगे उसकी डिविडेंड रकम उतनी ही अधिक होगी. लगातार बेहतर डिविडेंड का रिकॉर्ड रखने वाली कंपनी में निवेश सुरक्षित माना जाता है.
डिविडेंड यील्ड से शेयर में सुरक्षित रिटर्न का अंदाज़ा मिलता है. यानी डिविडेंड यील्ड जितनी ज़्यादा होगी, निवेश उतना ही सुरक्षित होगा. डिविडेंड यील्ड= प्रति शेयर डिविडेंड X100/ शेयर भाव होता है. 4% से ज़्यादा डिविडेंड यील्ड वाली कंपनियां ही डिविडेंड के आधार पर बेहतर होता है.