SUMMARY
Kolte Patil : इस गिरते बाजार में भी शेयर 1 फीसदी बढ़ गया है. हालांकि तीन महीने में शेयर 13 फीसदी टूटा है.
एनसीडी यानी नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर वो डिबेंचर होते हैं जिन्हें शेयर या इक्विटी में बदला नहीं जा सकता. वहीं डिबेंचर एक लंबी अवधि का फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट होता है जिसके जरिए कंपनियां पैसा जुटाती है. कंपनियां इस पर निवेशकों को एक तय ब्याज देती हैं. एनसीडी पर मिलने वाला ब्याज कंपनियों के आधार पर अलग अलग होता है.
KOLTE PATIL-NCDs के जरिए 140 करोड़ रुपये जुटाएगी
एक निवेशक के लिए काम की बातें- निवेशकों को सबसे पहले चेक करना होता है कि NCD सिक्योर्ड है या अनसिक्योर्ड है. अगर आप कम जोखिम लेना चाहते हैं तो सिक्योर्ड NCD में निवेश कर सकते हैं.
NCD में निवेश से पहले आपको ये जांच लेना चाहिए कि कंपनी कितना ब्याज दर आपको ऑफर कर रही है. निवेश से पहले ये भी जांच करें कि पैसा किस लिए कंपनी पैसा जुटा रही है.