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नौकरीपेशा लोगों के लिए नए साल की शुरुआत काफी खराब हुई है. गूगल से लेकर अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट सहित छोटी कंपनियों ने जनवरी के महीने में हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का ऐलान किया है. आइए जानते हैं कि अभी तक कौन कौन सी कंपनियों ने अपने कितने कर्मचारियों को निकाला.
गूगल की पेरेंट कंपनी एल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने ऐलान किया था कि कंपनी करीब 12 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालेगी. इसमें अमेरिका से लेकर दूसरे देशों में काम करने वाले कर्मचारी भी शामिल हैं.
ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने इस साल अपने 18000 कर्मचारियों को नौकरियों से निकालने का ऐलान किया है. कंपनी ने 28 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा किया है.
फूड डिलीवर करने वाली कंपनी स्विगी ने भी अपने कर्मचारियों को निकालने का आलैन किया है. इस कंपनी के सीईओ ने करीब 380 कर्मचारियों को मंदी के चलते निकालने का ऐलान किया है.
दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में शुमार माइक्रोसॉफ्ट ने भी कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है. माइक्रोसॉफ्ट ने करीब 10 हजार कर्मचारियों को निकालने का ऐलान किया है.
देश की मशहूर आईटी कंपनी विप्रो ने भी कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया था. कंपनी के मुताबिक वो 400 एंट्री लेवल कर्मचारियों की छंटनी करेगी. ये छंटनी उनके काम, असाइनमेंट के आधार पर होगी.
ई-कॉमर्स साइट वे-फेयर ने भी अपनी कंपनी से कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है. कंपनी के मुताबिक वो कुल वर्कफोर्स के 10 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी से निकालेंगे. संख्या की बात करें तो ये करीब 1750 है.
टेक कंपनी शेयर चैट ने भी अपने कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है. गूगल और Temasek के समर्थन हासिल करने वाली शेयर चैट ने कुल 2200 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है. ये बेंगलुरु बेस्ड कंपनी है.
दुनिया की मशहूर इनवेस्टमेंट बैंकिंग कंपनी गोल्डमैन सैश ने 3200 कर्मचारियों को निकालने का ऐलान किया है. ये ऐलान इस महीने के शुरुआती दिनों में किया था.
क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कॉइन बेस ने भी अपनी टीम से कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है. कंपनी के मुताबिक वो अपनी कुल वर्कफोर्स का 20 प्रतिशत लोगों को निकालेंगे. संख्या के आधार पर समझें तो कुल 950 कर्मचारियों को भी निकाला जाएगा. (स्टोरी- कनिष्का सरकार)