अदाणी ग्रुप कंपनियों के शेयरों में बीते 3 दिनों के दौरान शानदार तेजी देखने को मिली है. इसके बाद केवल तीन दिन के दौरान ही अदाणी ग्रुप कंपनियों के मार्केट कैप में करीब 1.42 लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है. शुक्रवार को अदाणी ग्रुप के लगभग सभी शेयरों में भी तेजी देखने को मिली है. इस पर सुंदरम म्यूचुअल फंड के सुनील सुब्रमण्यम का कहना है कि शुक्रवार को शेयर बाजार में आई तेजी अदाणी ग्रुप में बदलते सेंटीमेंट की वजह से नहीं आई है. बल्कि ये तेजी शॉर्ट कवरिंग की वजह से आई है.
क्या अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों का बुरा वक्त खत्म?
इस पर सुनील सुब्रमण्यम का कहना है अदाणी ग्रुप को लेकर दो चीजे अहम है. पहला कर्ज है, क्योंकि एफपीओ के चलते अदाणी ग्रुप अपने कई बड़े कर्ज चुकाने जा रहा था. वहीं, शायद कुछ ने एफपीओ के आधार पर ही कर्ज दिया था.
दूसरी अहम चीज है अदाणी ग्रुप की विस्तार योजना. एफपीओ आया नहीं. वहीं, अब हिस्सेदारी बेचकर 15 हजार करोड़ रुपये जुटाए हैं. ऐसे में कम रकम मिली है.
अदाणी ग्रुप के बॉन्ड्स को लेकर अभी भी निवेशकों का भरोसा नहीं लौटा है. इस पर सबसे बड़ी चिंता निवेशकों की ये हैं कि फ्यूचर में क्या वो कर्ज का भुगतान कर पाएंगे. दूसरा विस्तार योजनाएं रुकने की वजह से देश के इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार पर भी असर पड़ रहा है.
सुनील सुब्रमण्यम कहते हैं सुप्रीम कोर्ट का फैसला और अन्य कई बड़े कदम उठाने से कंपनियों को कुछ राहत मिलेगी. लेकिन ये कहना कि बुरा वक्त खत्म हो गया है. ऐसा नहीं है.
जाने माने मार्केट एक्सपर्ट सुदीप बंदोपाध्याय का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला बाजार के लिए बहुत अच्छा है. सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनी कमिटी बाजार का भोरासा बढ़ाने वाली है. साथ ही, अदाणी ग्रुप के लिए भी ये अच्छी खबर है.
एसडब्ल्यू कैपिटल के डायरेक्ट पंकज जैन का कहना है कि अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में अब बॉटम बन चुका है. हालांकि, अब ये कहना है कि गिरावट नहीं आएगा. ऐसा नहीं है. क्योंकि शॉर्ट्स भी बने है. लेकिन एक बात साफ है कि बहुत हद तक अदाणी और शेयर बाजार पर स्थिति काफी साफ हो गई है.