डेल्हीवरी के शेयर खरीदने वालों के लिए अच्छी खबर है. दरअसल FTSE में री-बैलेंसिंग होने वाली है. इसके बाद डेल्हीवरी के शेयर में तेजी आ सकती है. क्योंकि, इससे शेयर में इन्वेस्टमेंट बढ़ने की उम्मीद है. आपको बता दें कि FTSE Global Equity Index एक ईटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेडिंग फंड है. ये समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करता है. कुछ शेयरों को शामिल करता है तो कुछ को ड्रॉप करता है. इसी एक्साइज के तहत अब डेल्हीवरी के शेयर को शामिल किया जा रहा है.
डेल्हीवरी के शेयर का प्रदर्शन
वैसे तो शेयर अपने आईपीओ के इश्यू प्राइस से भी नीचे चल रहा है. लेकिन एक हफ्ते के रिटर्न के देखें तो शेयर में 10 फीसदी की तेजी आई है. तीन महीने में शेयर 37 फीसदी टूटा है.
डेल्हीवरी के शेयर 24 मई को लिस्ट हुए थे. आईपीओ निवेशकों को कंपनी के शेयर 487 रुपये के भाव पर जारी हुए थे. लिस्टिंग के दिन बीएसई पर यह 568.90 रुपये की ऊंचाई तक पहुंच गया था. 21 जुलाई 2022 को शेयर का भाव बढ़कर 708.45 रुपए हो गया था. हालांकि, इसके बाद से शेयर में गिरावट देखी जा रही है.
अब आगे क्या ?
घरेलू ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने अपनी हालिया रिपोर्ट में बताया है कि सेक्टर की अन्य कंपनियों के मुकाबले डेल्हीवरी का कॉस्ट स्ट्रक्चर्स सबसे कम है. कंपनी की सर्विस पर लोगों को काफी भरोसा है. क्योंकि टेक्नोलॉजी और भरोसे के मामले में भी कंपनी काफी आगे है. इसके अलावा रिपोर्ट में बताया गया है कि मैनेजमेंट काफी एक्टिव है. समय-समय पर काफी अच्छे फैसले लेते है. ऐसे में निवेशकों का भरोसा और बढ़ सकता है.
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