द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक, EPFO यानी एंप्लॉयी प्रॉविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन जो आर्गनाइज्ड सेक्टर के 27.73 करोड़ कर्मचारियों के रिटायरमेंट फंड को मैनेज करता है, NSE Nifty 50 और BSE सेंसेक्स से जुड़े एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) में अपने कॉर्पस (कोष) का 15 फीसदी निवेश करता है.
अदाणी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद इसके सभी शेयर तेजी से गिरे लेकिन इस रिपोर्ट के सामने आने के बावजूद कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अदाणी के दो शेयरों में निवेश करना जारी रखा है.
EPFO (Employees' Provident Fund Organisation) अदानी पोर्ट्स और अदानी एंटरप्राइजेज में निवेश करना कम से कम सितंबर तक जारी रखेगा, जब तक कि ट्रस्ट अपने निवेश के नजरिए में बदलाव करने को कोई निर्णय नहीं लेता.
27 करोड़ से ज्यादा कर्मचारी EPFO में शामिल
द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक, EPFO यानी एंप्लॉयी प्रॉविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन जो आर्गनाइज्ड सेक्टर के 27.73 करोड़ कर्मचारियों के रिटायरमेंट फंड को मैनेज करता है, NSE Nifty 50 और BSE सेंसेक्स से जुड़े एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) में अपने कॉर्पस (कोष) का 15 फीसदी निवेश करता है.