Shar News: शेयर बाजारों को भेजी जानकारी में कंपनी ने बताया कि भारी उद्योग मंत्रालय ने ग्रीव्स कॉटन की सब्सिडियरी ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी यानि जीईएमपीएल पर मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम गाइडलाइंस के उल्लंघन का आरोप लगाया है
इंजीनियरिंग कंपनी ग्रीव्स कॉटन को सरकार से बड़ा झटका लगा है. दरअसल भारी उद्योग मंत्रालय ने कंपनी की सब्सिडियरी ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को लेकर सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है. मंत्रालय ने सब्सिडियरी पर मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम गाइडलाइंस के उल्लंघन का आरोप लगाया है. कंपनी ने कहा कि वो इस आदेश पर कानून के मुताबिक जरूरी कदम उठाएंगे.
क्या दी कंपनी ने जानकारी-
शेयर बाजारों को भेजी जानकारी में कंपनी ने बताया कि भारी उद्योग मंत्रालय ने ग्रीव्स कॉटन की सब्सिडियरी ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी यानि जीईएमपीएल पर मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम गाइडलाइंस के उल्लंघन का आरोप लगाया है और इसी के साथ ही मंत्रालय ने जीईएमपीएल को FAME इंडिया स्कीम फेज II से डीरजिस्टर करने का प्रस्ताव भी दिया है. इसके साथ ही स्कीम के तहत मिले 124 करोड़ रुपये के इंसेंटिव को जमा करने का निर्देश भी दिया है. मंत्रालय ने 25 मई को ये आदेश जारी किया था. वहीं कंपनी ने ये जानकारी बाजार के बंद होने के बाद शेयर बाजारों को दी है.
कैसे रहे नतीजे