देश की एक और बड़ी कंपनी एचसीएल टेक ने तिमाही नतीजों का ऐलान कर दिया है. अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा 17.4 फीसदी बढ़कर 4,096 करोड़ रुपये हो गया है. जबकि, जुलाई-सितंबर तिमाही में मुनाफा 3,489 करोड़ रुपये था. कंपनी की आमदनी 24,686 करोड़ रुपये से बढ़कर 26,700 करोड़ रुपये हो गई है. कंपनी के मार्जिन में जबरदस्त तेजी आई है. ये 1.70 फीसदी बढ़े है. निवेशकों को खुश करने के लिए कंपनी ने 10 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है.
एचसीएल टेक के तिमाही नतीजों पर एक नज़र
(1) जुलाई-सितंबर तिमाही के मुकाबले अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा 3,489 करोड़ से बढ़कर 4,096 करोड़ रुपये हो गया है. वहीं, इस दौरान कंपनी की आमदनी 24,686 करोड़ से बढ़कर 26,700 करोड़ रुपये हो गई है.
(2) EBIT 4,427 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,228 करोड़ रुपये हो गया है. आपको बता दें कि EBIT की फुलफॉर्म Earning Before Interest and Tax होती है. सर्विस इंडस्ट्री के लिए EBIT कामकाजी मुनाफा को कहते हैं. अगर आसान शब्दों में कहें तो कंपनी की वो आमदनी जो ब्याज और टैक्स को हटाने के पहले होती है. सर्विस इंडस्ट्री में उत्पादन नहीं होता, मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं होते इसलिए बड़ा डेप्रिसिएशन नहीं होता.

(3) EBIT मार्जिन 17.9 फीसदी से बढ़कर 19.6 फीसदी हो गई है.अब बात करते हैं EBITDA की. EBITDA-Earning Before Interest Tax Depreciation & Amortisation है. मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के कामकाजी मुनाफा कहते हैं. सर्विस सेक्टर में सिर्फ कारोबार से होने वाले मुनाफे को कामकाजी मुनाफा कहते हैं. मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में वो आय जो ब्याज, टैक्स, डेप्रिसिएशन/Amortisation को घटाने के पहले हो. मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के लिए डेप्रिसिएशन/Amortisation, लोन का ब्याज, टैक्स, कोई अतिरिक्त आय या खर्च, नॉन रेकरिंग आय या खर्च कामकाजी मुनाफे में नहीं आते हैं.
शेयर पर एक नज़र- एचसीएल टेक के शेयर ने एक महीने में 4 फीसदी का रिटर्न दिया है. तीन महीने में 12 फीसदी, एक साल में शेयर 20 फीसदी टूटा है. तीन साल में शेयर 84 फीसदी चढ़ा है.
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