इंडस टावर्स के बोर्ड ने वोडाफोन से रकम वापिस मिलने को लेकर अनिश्चितता जताई है और इसके लिए प्रोविजनिंग का ऐलान किया है.
वोडाफोन आइडिया को टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधा देने वाली इंडस टावर्स के बोर्ड ने वोडाफोन पर बकाया को वापस पाने को लेकर अपनी शंकाएं जाहिर की हैं. बोर्ड ने वोडाफोन पर बकाया रकम के भुगतान को अनिश्चित मानते हुए 2298.1 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. दिसंबर तिमाही में इंडस टावर्स को 708 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. कंपनी के मुताबिक एक बड़े ग्राहक की तरफ से भुगतान में समस्या हो रही है. जिसका असर नतीजों पर पड़ा है.
दिसंबर तिमाही में कंपनी के द्वारा किए गए प्रोविजन के साथ वोडाफोन आइडिया के बकाया पर प्रावधान बढ़कर 5000 करोड़ रुपये पहुंच गए हैं. इससे पहले इंडस टावर्स ने 1770 करोड़ रुपये और जून तिमाही में 1232 करोड़ रुपये के प्रावधान किए थे. नतीजों के बाद इंडस टावर्स ने जानकारी दी कि ये बड़ा ग्राहक कंपनी के कारोबार में बड़ा हिस्सा रखता है और देनदारियों में इसकी काफी बड़ी हिस्सेदारी है.
सितंबर 2022 में इंडस टावर्स ने वोडाफोन आइडिया को चेतावनी दी थी कि वो बकाया न चुकाए जाने पर सेवाएं बंद कर देगें. जिस पर वोडाफोन आइडिया ने जुलाई 2023 तक बकाया चुकाने की बात कही थी. हालांकि इंडस टावर्स ने जानकार दी है कि जनवरी 2023 के लिए वोडाफोन ने अपना रकम चुकाने का वायदा पूरा नहीं किया है. इंडस टावर्स के मुताबिक उनके पास वोडाफोन के द्वारा दी गई कॉर्पोरेट गारंटी मौजूद हैं, हालांकि वो बकाया रकम के लिए पर्याप्त नहीं हैं.
तीसरी तिमाही में इंडस टावर्स पिछले साल के मुनाफे के मुकाबले घाटे में पहुंच गई है. कंपनी को दिसंबर तिमाही में 708 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 1571 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. आय 6927 करोड़ रुपये से घटकर 6765 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. एबिटडा 3704 करोड़ रुपये से घटकर 1186 करोड़ रुपये पर आ गया है. एबिटडा मार्जिन 53.5 प्रतिशत से घटकर 17.5 प्रतिशत पर है.
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