इस साल भारतीय बाजार में भारी उतार-चढ़ाव जरूर देखने को मिले हैं. लेकिन कुल मिलाकर 2022 में बाजार का प्रदर्शन लगभग सपाट ही रहा है. निफ्टी में करीब 2% की ही तेजी देखने को मिली है. सबसे ज्यादा गिरावट निफ्टी आईटी इंडेक्स में रही. वहीं, निफ्टी बैंक ने इस साल कई नए रिकॉर्ड बनाए हैं. हालांकि, मिडकैप इंडेक्स ने निवेशकों को निराश किया है. ऐसे में अगले साल बाजार से क्या उम्मीद है? भारतीय शेयर बाजार के लिए 2023 कैसा साल रहने वाला है? अगले साल किन सेक्टर और शेयरों में तेजी की उम्मीद है? Quant Mutual Fund के फाउंडर और CIO संदीप टंडन ने CNBC आवाज़ के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल से खास बातचीत में ऐसे सभी सवालों का जवाब दिया. आगे जानते हैं कि 2023 में भारतीय बाजार के प्रदर्शन को लेकर संदीप टंडन का क्या नजरिया.
संदीप टंडन ने बताया कि हर साल दिसंबर के महीने में छुट्टियों का माहौल होता है. कोविड की चिंता भी एक बार फिर उभरकर सामने आ रही है. पिछले कुछ दिनों में बाजार की गिरावट बहुत कम वॉल्यूम पर रही है. कई शेयरों में खरीदारी को डर सताने लगा है. चुनिंदा शेयर अपने निचले स्तर पर फिसल चुके हैं. हालांकि, इंडेक्स फिलहाल अपने निचले स्तर पर नहीं पहुंचे हैं. हाल की रैली में बहुत निवेशकों ने भाग नहीं लिया है. अभी बाजार का माहौल निगेटिव ही है. 2023 में जाने लिए बाजार ने आगे की तेजी के लिए अच्छी भूमिका बना ली है.
2023 में फिक्स्ड इनकम और इक्विटी में क्या बेहतर?
संदीप टंडन ने कहा कि फिक्स्ड इनकम के लिहाज से 2023 बेहतर रहने वाला है. इसमें कोई दो राय नहीं है. ब्याज दरों में बढ़ोतरी का फायदा फिक्स्ड इनकम वाले निवेशकों को जरूर मिलेगा. लेकिन, बाजार हमेश चुनिंदा शेयरों में फिक्स्ड इनकम से ज्यादा रिटर्न देता है. संदीप टंडन का मानना है कि इक्विटी बाजार में अभी भी बेहतर रिटर्न का मौका है. हालांकि, निवेशकों को अपना पोर्टफोलियो जरूर डाईवर्सिफाई रखना चाहिए.
बाजार में एकतरफा तेजी नहीं होगी लेकिन पैसे बनाने के बेहतर मौके मिलेंगे
भारतीय शेयर बाजार में ग्रोथ को लेकर उन्होंने कहा कि हम 2019 से ही कहते आ रहे हैं कि ये दशक भारत का है. दुनिया की नजर भारत समेत पूरे एशिया पर है. लेकिन, अगर आप चाहेंगे कि बाजार में लगातार बढ़ोतरी ही दिखे तो ऐसा नहीं होता है. बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिलते रहेंगे. 2023 को लेकर हमारा अनुमान है कि उतार-चढ़ाव के बावजूद भी बेहतर मौके मिलते रहेंगे.
सरकारी बैंकों में आगे भी तेजी रहेगी?
ये दशक ही वैल्यू थीम वाले शेयरों का है. सरकारी बैंक भी इसी वैल्यू थीम का हिस्सा हैं और यही कारण है कि इस साल निफ्टी PSU बैंक इंडेक्स में 50% से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है. पहले सरकारी बैंकों में लोगों का भरोसा कम था. सरकारी बैंकों में ठीक-ठाक करेक्शन देखने को मिल चुका है. ये अब कोर पोर्टफोलियो का हिस्सा बन चुका है और इसमें आगे भी तेजी जारी रहेगी. सरकारी बैंकों को लेकर लगभग सभी रिपोर्ट्स में रणनीतिक रूप से खरीदारी की ही राय रही है.
रियल एस्टेट शेयरों पर संदीप टंडन का नजरिया
रियल एस्टेट में डिमांड अच्छी है. लेकिन ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी के बीच लोगों में इसे लेकर चिंता भी है. अधिकतर मैनेजर्स डिमांड का फायदा रियल एस्टेट की एंसिलरी शेयरों के जरिए उठा रहे हैं. ये मैनेजर्स बिल्डिंग मीटिरयल्स, मटीरियल्स जैसे दूसरे शेयरों के जरिए पैसे बनाने पर फोकस कर रहे हैं. लेकिन हाल के करेक्शन में रियल एस्टेट के कई शेयरों में करेक्शन देखने को मिला है. रियल एस्टेट में निवेश करने की सलाह है.
किन शेयरों में जबरदस्त रिटर्न का मौका?
अगले साल बाजार में सबसे बड़े जोखिम की बात करते हुए संदीप टंडन ने कहा कि पिछले साल दिसंबर के मुकाबले इस साल स्थिति बेहतर दिख रही है. वैश्विक स्तर पर आगे लिक्विडिटी में ढील देखने को मिल सकती है. अगले साल इक्विटी के वैल्यूएशन में विस्तार ही देखने को मिलेगा. बाजार में अब जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ेगी. अगले कुछ महीनों में स्मॉलकैप शेयर लार्जकैप के मुकाबले ज्यादा आउटपरफॉर्मेंस दिखाएंगे. मौजूदा स्तर पर स्मॉलकैप शेयरों में एक्सपोजर बढ़ाने की जरूरत है. स्मॉलकैप के चुनिंदा शेयरों में मौके बनेंगे. लेकिन निवेशकों को ध्यान रखना होगा कि 2023 में बाजार उतार-चढ़ाव को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है.
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