पुट कॉल रेश्यो पर सीएनबीसी आवाज की मुहिम का असर देखने को मिला है. इस बारे में सीएनबीसी आवाज के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल ने अपनी रिपोर्ट सामने रखी थी. जिसके बाद अब शेयर बाजार रेग्युलेटर सेबी ने फैसला लिया की वो डीप ओटीएम ऑप्शन के सौदों की जांच करेगा. आवाज की रिपोर्ट में साफ हुआ है कि कई ऐसी ऊंची कॉल में ओपन इंट्रेस्ट में बढ़त देखने को मिल रही है जिसकी कोई वजह समझ में नहीं आती है. हालांकि ओपन इंट्रेस्ट में इसी बढ़त से पुट कॉल रेश्यो नीचे आ रहा है. जो बाजार को गलत संकेत दे रहा है.
क्या है पूरा मामला-
अनुज सिंघल ने डेटा पर रिसर्च कर बताया कि ये संभव है कि एक्सपायरी से पहले पुट कॉल रेश्यो को मैनेज करने की कोशिश की जा रही है. उदाहरण के लिए 18500 की कॉल का ओपन इंट्रेस्ट 1.11 करोड़ है. इसमे से भी 20 लाख शेयर एक दिन में बढ़े हैं.
निफ्टी के 17900 के स्तर से नीचे रहने की वजह से ये आंकड़े सवाल उठाते हैं. यही नहीं. 18900 की कॉल के ओपन इंट्रेस्ट भी 28 फीसदी बढ़ें हैं. 18800 की कॉल में ओपन इंट्रेस्ट 60 फीसदी बढ़ा है. खास बात ये है कि इनके प्रीमियम भी करीब करीब एक समान 3 रुपये ही हैं.
वहीं बैंक निफ्टी के 40 हजार पर रहते हुए 49000 की कॉल पर ओपन इंट्रेस्ट 77 फीसदी बढ़ गया है. यानि इंडेक्स की मौजूद स्थिति से काफी ऊंचे स्तर पर ओआई में बढ़त देखने को मिल रही है. खास बात ये है कि ये ट्रेंड सिर्फ कॉल में देखने को मिले हैं पुट में नहीं.
क्या हुआ इसका असर
कॉल बढ़ने का असर ये हुआ है कि निफ्टी पीसीआर यानि पुट कॉल रेश्यो 0.93 से घटकर 0.74 पर आ गया है. आपको बता दें कि अगर पीसीआर रेश्यो 1 से नीचे आता है तो इसका मतलब है कि ट्रेडर्स पुट के मुकाबले कॉल में ज्यादा खरीद कर रहे हैं यानि वो मान रहे हैं कि आने वाले समय में बाजार में तेजी का अनुमान है. अगर रेश्यो 0.5 से 0.7 के बीच आता है तो ये बाजार में मजबूती दिखाती है. आवाज की रिपोर्ट की माने तो बाजार में फिलहाल पीसीआर रेश्यो वो संकेत नहीं दे रहा है जो बाजार की वास्तविक स्थिति है.