सूत्रों के मुताबिक ओयो इसी हफ्ते आईपीओ के लिए नए दस्तावेज दाखिल करेगी जिसमें ऑफर किए जाने वाले शेयरों की संख्या में काफी कटौती देखने को मिल सकती है.
ओयो होटल्स अपने प्रस्तावित आईपीओ में ऑफर किए जाने वाले शेयरों की संख्या में कटौती करेगा. दरअसल टेक सेक्टर में जारी दबाव की वजह से बेहतर वैल्यूएशन न मिलने की आशंका पर ओयो होटल्स साइज को घटा रहा है. सूत्रों के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कंपनी इसी हफ्ते अपने नए दस्तावेज दाखिल कर सकती है.
दरअसल कंपनी इस समय दो तरफ से चुनौतियों से जूझ रही है. एक तरफ दुनिया भर में दबाव जारी रहने से कंपनी को आशंका है कि वो उम्मीदों के अनुसार ऊंची वैल्यूएशन नहीं पा सकेगी. दूसरी तरफ कंपनी को बाजार में बने रहने के लिए फंड्स की जरूरत है इसलिए बाजार से पैसा उठाने की योजना को वो ज्यादा लंबे समय के लिए टाल नहीं सकती. यही वजह है कि कंपनी आगे की अनिश्चितता के बीच भी आईपीओ लाने की दिशा में आगे बढ़ रही है. हालांकि वो इसका साइज अब कम रखेगी. सूत्रों के मुताबिक नई योजना के तहत कंपनी अपनी शुरूआती योजना के मुकाबले सिर्फ एक तिहाई शेयरों को बाजार में उतारेगी.
2022 में कंपनी ने आईपीओ की कोशिश से पहले 9 अरब डॉलर के वैल्यूएशन की उम्मीद की थी. हालांकि सॉफ्टबैंक ने बाद में ओयो की वैल्यूएशन को 3 अरब डॉलर से नीचे रहने का अनुमान दिया. महामारी के बाद ओयो के कारोबार में रिकवरी देखने को मिल रही है. हालांकि कंपनी अभी भी मुनाफे में आने की कोशिश में लगी हुई है.