तीसरी तिमाही में गोल्ड लोन बांटे गए कुल कर्ज का 45 फीसदी है जिसमें पिछले साल के मुकाबले 51 फीसदी की बढ़त रही है
सीएसबी बैंक फिलहाल बाजार की नजरों में बना हुआ है. दरअसल माना जा रहा है कि स्टॉक में गिरावट के बीच बैंक में निवेश फायदे का सौदा बन सकता है, स्टॉक अपने उच्चतम स्तर से 10 फीसदी नीचे आ चुका है. वहीं बैंक का एक्सपोजर सोने में हैं जिसमें दुनिया भर के निगेटिव संकेतों की वजह से निवेशकों का इंट्रेस्ट बढ़ रहा है. इसके साथ ही अपने स्तर के दूसरे बैंकों के मुकाबले बेहतर नेट इंट्रेस्ट मार्जिन से भी बैंक के लिए स्थिति बेहतर हुई है.
क्या है बैंक के लिए सकारात्मक संकेत
बैंक के द्वारा तीसरी तिमाही के गोल्ड लोन बांटे गए कुल कर्ज का 45 फीसदी है जिसमें पिछले साल के मुकाबले 51 फीसदी की बढ़त रही है. इससे साफ है कि बैंक धीरे धीरे मथूट और मण्णापुरम जैसी सेग्मेंट की दूसरी कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी में सेंध लगा रहा है. क्योंकि बैंक का अधिकांश फोकस रिटेल सेग्मेंट में है इसलिए बैंक के नेट इंट्रेस्ट मार्जिन अपने स्तर के दूसरे बैंकों से काफी बेहतर हैं. गोल्ड लोन की यील्ड दूसरे लोन के मुकाबले काफी बेहतर रहती हैं वहीं इसकी क्रेडिट कॉस्ट काफी कम है. गोल्ड लोन बुक वित्त वर्ष 2022 में 5826 करोड़ रुपये पर थी जो कि पिछली तिमाही में बढ़कर 8780 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है.
क्या है मैनेजमेंट की योजना